पिछले वर्ष नूंह, हरियाणा में हुई हिंसा के बाद सोमवार, 22 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा शिव मंदिरों में तनाव के वातावरण में आयोजित की गई।
यात्रा के सुबह 10 बजे शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन लगभग तीन घंटे की देरी के बाद, नलहड़ेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के साथ इसकी शुरुआत हुई। साधु-संतों और भक्तों का काफिला पुलिस वाहनों के साथ फ़िरोज़पुर झिरका के झिरकेश्वर मंदिर और फिर पुन्हाना के सिंगार श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर पहुंचा। यहां यात्रा समाप्त हुई। इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
80 किलोमीटर लंबी इस यात्रा के लिए प्रशासन ने पांच घंटे का समय निर्धारित किया था, लेकिन यह केवल चार घंटे में ही पूरी हो गई। हिंसा की संभावना के मद्देनज़र, प्रशासन ने शाम छह बजे तक नूंह में इंटरनेट सेवा बंद कर दी। इसके अतिरिक्त, दो हज़ार पुलिसकर्मी तैनात किए गए और अरावली पहाड़ियों पर ड्रोन निगरानी रखी गई। यात्रा को दोनों तरफ़ से पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई।
यात्रा से पहले, ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइज़ेशन के अध्यक्ष डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी ने कहा था कि पिछली हिंसा के कारण मुसलमानों को गलत ठहराया गया था। उन्होंने कहा कि यात्रा को सफल बनाकर उस दाग को धोना एक अच्छा अवसर है।