छात्रसंघ चुनाव पुनर्स्थापना और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी पुनर्गठन की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन
प्रदेश के युवाओं ने छात्रसंघ चुनाव कराने और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को भंग करने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई का आग्रह किया।
छात्रसंघ चुनावों की मांग
ज्ञापन में कहा गया कि राज्य में पिछले कई वर्षों से छात्रसंघ चुनावों पर रोक लगी हुई है, जिसके कारण छात्र नेता उग्र हो रहे हैं। चुनावों की अनुपस्थिति के कारण छात्रों को विश्वविद्यालय और कॉलेजों में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
युवाओं ने मांग की कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में बंद किए गए छात्रसंघ चुनावों को फिर से शुरू किया जाए। उन्होंने 2024-25 के छात्रसंघ चुनावों की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने और उन्हें समय पर संपन्न कराने पर जोर दिया।
एनटीए पुनर्गठन की मांग
एक अलग ज्ञापन में, युवाओं ने एनटीए की भंग करने की मांग की। उनका तर्क था कि 2024 की नीट परीक्षा में पेपर लीक और बिक्री की घटनाओं के कारण परीक्षा पर लोगों का विश्वास हिल गया है।
छात्रों ने कहा कि एजेंसी को भंग किया जाना चाहिए और नए सिरे से गठित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि नीट परीक्षा को ऑनलाइन आयोजित किया जाए ताकि पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोका जा सके।
प्रदर्शन के दौरान प्रकाश पोसवाल, विपिन पाटन और रामकेश गुर्जर जैसे युवा नेता मौजूद थे।