बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टरों ने आज एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा की। इंटर्न डॉक्टर एसोसिएट के बैनर तले इन्होंने हॉस्पिटल और जिला कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।
डॉक्टरों का आरोप है कि पिछले 5 महीनों से उन्हें वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने बार-बार मौखिक और लिखित रूप से प्रशासन और सरकार से संपर्क किया है, लेकिन स्टाइपेंड का भुगतान नहीं किया गया है।
डॉक्टरों ने सरकार को चेतावनी दी है कि उनकी मांगों पर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
सोमवार को इंटर्न डॉक्टरों ने एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया। पहले उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपा, फिर जिला अस्पताल गए, जहां उन्होंने पीएमओ से मुलाकात की। अंत में, वे जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी की।
पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया ने कहा कि स्टाइपेंड संबंधी मामलों पर प्रिंसिपल से संपर्क किया जाना चाहिए।
डॉक्टर नेहा शर्मा ने कहा कि 5 महीने की इंटर्नशिप के बावजूद उन्हें एक भी स्टाइपेंड का भुगतान नहीं किया गया है, जबकि अन्य कॉलेजों में डॉक्टरों को स्टाइपेंड मिल रहा है।
डॉक्टर प्रेम कुमार व्यास ने कहा कि 26 फरवरी से इंटर्न डॉक्टर बिना भुगतान के काम कर रहे हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान भी आश्वासन प्राप्त किए थे, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें अब मजबूर होकर कार्य बहिष्कार करना पड़ा है। वे सरकार को चेतावनी देते हैं कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ेगा।