जैसलमेर-सम सड़क हादसे में मजदूर की मौत
जैसलमेर से सम गांव की ओर जाने वाली सड़क पर एक मजदूर की बाइक के फिसलने से उसकी मौत हो गई। हादसा निर्माणाधीन सड़क पर संकेतकों और सुरक्षा उपायों की अनुपस्थिति के कारण हुआ।
मृतक की पहचान 42 वर्षीय वीरा राम मेघवाल के रूप में हुई, जो सम गांव का निवासी था। हादसे के बाद उसे 108 एम्बुलेंस द्वारा जैसलमेर के जवाहिर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान जोधपुर में वीरा राम की मौत हो गई।
पोस्टमॉर्टम के बाद वीरा राम के शव को उसके परिवार को सौंप दिया गया। सम थाना के एएसआई ओमप्रकाश विश्नोई ने बताया कि वीरा राम सम से दामोदरा अपनी बाइक पर जा रहा था, जिस पर उसका 17 वर्षीय बेटा भी सवार था। सड़क निर्माण के कारण कई जगह उखड़ी हुई थी, और संकेतक बोर्ड नहीं होने से अक्सर वाहन चालक अचानक उबड़-खाबड़ सड़क पर आने से फिसल जाते हैं।
ओमप्रकाश ने बताया कि वीरा राम 12 जुलाई को सम से दामोदरा जाते समय शाम करीब 5.30 बजे बाइक के फिसलने से हादसे का शिकार हो गया। सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण उसे 108 की मदद से जैसलमेर के जवाहिर अस्पताल भेजा गया। वहां से उसे जोधपुर के एमडीएम अस्पताल रेफर किया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
वीरा राम के परिवार में 2 बेटे और 1 बेटी है और वह मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराने के बाद वीरा राम के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया है और हादसे के कारणों की जांच कर रही है।
सड़क पर संकेतक बोर्ड की अनुपस्थिति
जैसलमेर से सम गांव तक फोर-लेन सड़क पर निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके कारण जगह-जगह सड़क को उखाड़कर नई सड़क बनाई जा रही है। इसके परिणामस्वरूप, कई जगहों पर सड़क उबड़-खाबड़ है जबकि कुछ हिस्सों में कच्ची भी है। हालांकि, ठेकेदार ने लापरवाही बरतते हुए कहीं भी संकेतक बोर्ड या अन्य सुरक्षा उपाय स्थापित नहीं किए हैं।
इसके कारण, वाहन चालक अक्सर चक्कर में आ जाते हैं, और रात में यात्रा करना विशेष रूप से खतरनाक हो जाता है। अचानक डायवर्सन से कई बार दुर्घटनाएं होते-होते बची हैं, लेकिन फिर भी ठेकेदार द्वारा संकेतक बोर्ड नहीं लगाए गए हैं।