भारत में ट्रकों में एसी की कमी
भारत में, ट्रकों के बहुमत का उपयोग परिवहन के लिए किया जाता है। लंबी दूरी के परिवहन के लिए कच्चे माल से लेकर वाहनों तक, ट्रक देश भर में सामान पहुंचाते हैं। हालांकि, इन ट्रकों में आमतौर पर एयर कंडीशनिंग सुविधा की कमी होती है, जिसके कारण गर्मियों में ट्रक चालकों को चिलचिलाती गर्मी में लंबे समय तक वाहन चलाना पड़ता है।
एसी न देने के कारण
पश्चिमी देशों में, ट्रकों में एसी, टीवी और रेफ्रिजरेटर जैसी सुविधाएं आम हैं। हालांकि, भारत में अभी तक यह सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसकी वजहें निम्नलिखित हैं:
* डीजल की खपत: ट्रक निर्माताओं के अनुसार, एसी ट्रकों में डीजल की खपत अधिक होती है। परिवहन की लागत डीजल की खपत पर आधारित होती है, इसलिए ट्रांसपोर्ट कंपनियां लागत को कम रखने के लिए डीजल की खपत को कम करने के तरीकों की तलाश करती हैं।
* परिवहन लागत: एसी का लंबे समय तक उपयोग करने से परिवहन लागत में वृद्धि होगी, जिससे उत्पादों की कीमतों पर असर पड़ेगा।
* कीमत: एसी ट्रकों की कीमत आम ट्रकों की तुलना में काफी अधिक होती है। इससे उनकी बिक्री कम हो जाती है और कंपनियों को नुकसान होता है।
मौजूदा विकल्प
हालांकि बाजार में एसी ट्रक उपलब्ध हैं, लेकिन उनकी बिक्री सीमित है। इनकी उच्च लागत और कम मांग के कारण, अधिकांश कंपनियां भारत में केवल सीमित संख्या में एसी ट्रक लॉन्च करती हैं।