बासमती का खतरा: एएमयू प्रोफेसर का बकानी रोग का खुलासा

बकानी रोग बासमती धान की पैदावार को नष्ट कर रहा है

नई दिल्ली: बकानी रोग नामक एक विनाशकारी फंगल संक्रमण सुगंधित बासमती धान के लिए एक गंभीर खतरा बन गया है। यह रोग पिछले दस वर्षों से भारत में बासमती की पैदावार को कम कर रहा है।

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, बकानी रोग ने पिछले कुछ वर्षों में बासमती की उपज में 30 से 40 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की है। इस रोग के कारण पौधे की पत्तियाँ और तने काले हो जाते हैं, पत्तियाँ मुड़ जाती हैं और अंततः पौधा मर जाता है।

भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) के वैज्ञानिक वर्तमान में इस रोग का मुकाबला करने के लिए प्रतिरोधी किस्मों को विकसित करने और रासायनिक उपचारों की खोज करने के लिए काम कर रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपने खेतों में स्वच्छता बनाए रखें, फसल चक्रों का पालन करें और अनुशंसित पौध संरक्षण उपायों का उपयोग करें।

बकानी रोग का बासमती उद्योग पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ रहा है, जो भारत के लिए एक प्रमुख विदेशी मुद्रा अर्जक है। यह रोग देश की खाद्य सुरक्षा के लिए भी चिंता का कारण बन रहा है, क्योंकि बासमती चावल का सेवन बड़े पैमाने पर किया जाता है।

सरकार और कृषि अनुसंधान संस्थान बकानी रोग के खतरे से निपटने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि किसानों की भागीदारी इस लड़ाई में महत्वपूर्ण होगी।

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