कार रखरखाव युक्तियाँ: खाली ईंधन टैंक से बचें
अधिकांश भारतीय अपनी कार के ईंधन टैंक को खाली होने पर ही ईंधन भरते हैं। हालांकि, यह अभ्यास हानिकारक हो सकता है और आपकी कार के इंजन को नुकसान पहुंचा सकता है। यहां बताया गया है कि निम्न ईंधन स्तर आपकी कार को कैसे प्रभावित कर सकते हैं:
ईंधन टैंक की क्षति:
* निम्न ईंधन स्तर से ईंधन पंप अधिक गरम हो सकता है, जिससे यह खराब हो सकता है।
* ईंधन पंप को ठीक से संचालित करने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है, और निम्न स्तर पर, यह गर्म होने लगता है।
* लगातार ओवरहीटिंग इंजन के जब्त होने का कारण बन सकता है, जिसके लिए महंगी मरम्मत की आवश्यकता होती है।
इंजेक्टर और डस्ट फिल्टर की क्षति:
* निम्न ईंधन स्तर ईंधन में जमा धूल और अवशेषों को इंजेक्टर और डस्ट फिल्टर तक पहुंचने की अनुमति देता है।
* इससे ये घटक समय से पहले बंद हो जाते हैं या क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
स्पार्क प्लग की खराबी:
* निम्न ईंधन स्तर ईंधन-वायु मिश्रण को प्रभावित कर सकता है, जिससे स्पार्क प्लग पर अधिक तनाव पड़ता है।
* समय के साथ, यह स्पार्क प्लग की विफलता और खराब इंजन प्रदर्शन का कारण बन सकता है।
ईंधन पंप की सुरक्षा के लिए ईंधन स्तर बनाए रखना:
अपनी कार के ईंधन पंप की सुरक्षा और अपने इंजन के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, हमेशा कम से कम 40% ईंधन स्तर बनाए रखने की सिफारिश की जाती है। इससे ईंधन पंप को नम और ठंडा रहने में मदद मिलती है।
इसके अतिरिक्त, नियमित रखरखाव और ईंधन पंप, इंजेक्टर और डस्ट फिल्टर की जांच से आपकी कार की दीर्घायु और ईंधन दक्षता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।