वक्फ कानून के विरोध में आज दिल्ली में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का प्रदर्शन
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) आज, मंगलवार को दिल्ली में नए वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है। ‘वक्फ बचाव अभियान’ के तहत तालकटोरा स्टेडियम में ‘तहफ्फुज-ए-औकाफ कारवां’ (वक्फ की हिफाजत) नाम से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगा। इसमें जमात-ए-इस्लामी हिंद जैसे कई बड़े मुस्लिम संगठनों के अध्यक्ष और प्रतिनिधि भाग लेंगे। सूत्रों के अनुसार, विपक्ष के नेता असदुद्दीन ओवैसी, RJD सांसद मनोज झा, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और SP सांसद मोहिबुल्लाह नदवी भी इस आयोजन में शामिल हो सकते हैं।
AIMPLB का ‘वक्फ बचाव अभियान’ 11 अप्रैल से शुरू हुआ है और यह 7 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान वक्फ कानून के विरोध में 1 करोड़ हस्ताक्षर कराए जाएंगे, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा।
AIMPLB की आपत्तियां और आरोप
AIMPLB ने सरकार पर सांप्रदायिक एजेंडा चलाने का आरोप लगाया है। बोर्ड का मानना है कि नया वक्फ कानून वक्फ संपत्तियों की प्रकृति और स्वायत्तता को नुकसान पहुंचाएगा, जो कि इस्लामी मूल्यों, शरीयत, धार्मिक स्वतंत्रता और भारतीय संविधान के खिलाफ है।
AIMPLB महासचिव मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने एक वीडियो संदेश जारी कर सरकार पर धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान वक्फ संपत्तियों की रक्षा और विधेयक को निरस्त करने की मांग को लेकर चलाया जा रहा है।
शाह बानो मामले जैसा आंदोलन बनाने की तैयारी
AIMPLB ने इसे शाह बानो मामले (1985) की तरह व्यापक जन आंदोलन बनाने की बात कही है। बोर्ड की महिला विंग अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को जागरूक करेगी।
कानून पर सरकार का पक्ष
वक्फ संशोधन बिल (अब कानून) 2 अप्रैल को लोकसभा और 3 अप्रैल को राज्यसभा में पारित हुआ था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 अप्रैल को इसे मंजूरी दी थी। सरकार ने नए कानून को लेकर गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
बिल पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि कानून का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों में हो रहे पक्षपात, दुरुपयोग और अतिक्रमण को रोकना है।