नेशनल हेराल्ड केस: सोनिया-राहुल साजिश में, कांग्रेस का पलटवार, भाजपा का कानूनी जवाब माँगो।

नेशनल हेराल्ड मामला: सोनिया और राहुल गांधी का नाम चार्जशीट में, कांग्रेस का विरोध, भाजपा का पलटवार

नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दाखिल चार्जशीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम शामिल होने पर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे साजिश और बदले की भावना से प्रेरित बताया है।

खड़गे ने शनिवार को पार्टी महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक में कहा, “नेशनल हेराल्ड केस की चार्जशीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम साजिश और बदले की भावना के तहत जोड़ा गया है। वे चाहे जिसका भी नाम डालें, हम डरने वाले नहीं हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी ने कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन के समय जानबूझकर दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में नेशनल हेराल्ड की संपत्तियां अटैच कीं। खड़गे ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने पहले भी ईडी और सीबीआई के जरिए कांग्रेस नेताओं पर छापे मारकर रायपुर अधिवेशन को बाधित करने की कोशिश की थी।

उधर, भाजपा ने कांग्रेस पर मामले को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, “अगर गांधी परिवार को अपने जवाब सही लगते हैं, तो वे उन्हें कोर्ट में रखें। राजनीतिकरण ना करें। जांच में गंभीर सवाल उठ रहे हैं। नेहरू-गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी को इन सवालों के जवाब देने होंगे।”

ईडी की चार्जशीट और आरोप

ईडी ने 15 अप्रैल को नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पहली चार्जशीट दाखिल की है। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं। मामले की सुनवाई 25 अप्रैल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में होगी। कोर्ट ने ईडी से मामले की केस डायरी भी मांगी है।

ईडी का आरोप है कि कांग्रेस नेताओं ने साजिश के तहत एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की ₹2,000 करोड़ की संपत्तियों पर कब्जे के लिए उसका अधिग्रहण निजी स्वामित्व वाली कंपनी ‘यंग इंडियन’ के जरिए केवल ₹50 लाख में कर लिया। इस कंपनी के 76% शेयर सोनिया और राहुल गांधी के पास हैं। ईडी के अनुसार, इस मामले में ‘अपराध से अर्जित आय’ ₹988 करोड़ की मानी गई है, और संबद्ध संपत्तियों का बाजार मूल्य ₹5,000 करोड़ बताया गया है।

सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ

जून 2022 में राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड केस में 5 दिनों में 50 घंटे पूछताछ हुई थी। 21 जुलाई 2022 में सोनिया गांधी से 3 दिन में 12 घंटे सवाल हुए थे।

क्या है नेशनल हेराल्ड केस?

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड ऑर्गेनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) का अवैध अधिग्रहण कर लिया।

नेशनल हेराल्ड: एक संक्षिप्त जानकारी

नेशनल हेराल्ड अंग्रेजी अखबार की स्थापना 1938 में पं. जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने की थी। इसका स्वामित्व एजेएल के पास था, जो नवजीवन (हिंदी) और कौमी आवाज (उर्दू) निकालता था। एजेएल पर 2008 तक ₹90 करोड़ का कर्ज हो गया था और इसका प्रकाशन बंद हो गया था। कांग्रेस ने 2002 से 2011 के बीच एजेएल को यह राशि ऋण के रूप में दी थी। 2010 में यंग इंडियन लिमिटेड (YIL) नाम से गैर-व्यावसायिक कंपनी बनी, जिसकी 76% हिस्सेदारी सोनिया और राहुल गांधी के पास थी। ‘यंग इंडियन’ ने ₹50 लाख में AJL का अधिग्रहण किया, जिससे AJL की 99% हिस्सेदारी मिल गई।

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