अमृतपाल सिंह की एनएसए अवधि पर संशय बरकरार, डिब्रूगढ़ जेल में पंजाब पुलिस टीम मौजूद
चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत लगाए गए प्रतिबंध की अवधि बढ़ाए जाने को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब पुलिस की एक टीम पहले से ही डिब्रूगढ़ जेल में मौजूद है, जहां अमृतपाल सिंह बंद हैं। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक एनएसए की अवधि बढ़ाने या समाप्त करने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, डीसी कार्यालय द्वारा भी अमृतपाल सिंह की एनएसए अवधि को बढ़ाने के संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। अमृतसर ग्रामीण पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल कोई विशेष टीम डिब्रूगढ़ नहीं भेजी गई है। सरकार से आदेश प्राप्त होने पर ही अमृतपाल सिंह को वापस लाने के लिए टीम भेजी जाएगी।
पंजाब सरकार ने अमृतपाल सिंह सहित कुल 10 लोगों पर एनएसए लगाया था, जिनमें से 9 की अवधि समाप्त हो चुकी है। अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल, 2023 को गिरफ्तार किया गया था, जिसके अनुसार उनकी एनएसए अवधि 22 अप्रैल को समाप्त हो जाएगी।
अमृतपाल सिंह के 9 साथियों, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था, को भी डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया था। बीते महीने ही उनकी एनएसए अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें पंजाब लाया गया था।
फरारी और गिरफ्तारी का घटनाक्रम:
* 18 मार्च, 2023 को पुलिस ने अमृतपाल की मर्सिडीज कार का पीछा शुरू किया।
* अमृतपाल ने मर्सिडीज को शाहकोट-मोगा हाईवे पर छोड़कर ब्रेजा कार में भाग गया।
* मनप्रीत नामक व्यक्ति ने उसे दादोवाल गांव पहुंचाया, जहां उसने नशा मुक्ति केंद्र में कपड़े बदले।
* वह नंगल अंबिया गांव में बने गुरुद्वारे में गया, जहां ग्रंथी को बंधक बनाया गया।
* 22 अप्रैल, 2023 को अमृतपाल सिंह को मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया।
जेल से चुनाव और राजनीतिक उदय:
अमृतपाल सिंह को जेल से बाहर लाने के लिए समुदाय ने उन्हें 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ाया, जिसमें उन्होंने 1.97 लाख वोटों से जीत हासिल की। उनकी नई पार्टी, ‘अकाली दल वारिस पंजाब दे’ का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष अमृतपाल सिंह हैं। पार्टी ने उन्हें 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी घोषित किया है।