डूंगरपुर में भगवान परशुराम का पहला मंदिर बनकर तैयार, 4 मई को प्राण प्रतिष्ठा।

डूंगरपुर में भगवान परशुराम का पहला मंदिर बनकर तैयार, 4 मई को प्राण प्रतिष्ठा

डूंगरपुर, [दिनांक]: डूंगरपुर जिले के नवा महादेव मंदिर परिसर में भगवान परशुराम का पहला भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 4 मई को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न होगी।

विप्र फाउंडेशन और अब्बू ब्राह्मण समाज इस अवसर को यादगार बनाने के लिए तैयारियों में जुटे हैं। शहर में 1100 कलशों के साथ एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त, मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए जाएंगे।

सफेद मार्बल से निर्मित यह मंदिर अपनी आकर्षक नक्काशी के लिए जाना जाएगा। नवा महादेव मंदिर परिसर में पहले से ही भगवान महादेव और हनुमानजी के मंदिर स्थित हैं, जिससे यह स्थान और भी अधिक पवित्र हो गया है।

विप्र फाउंडेशन के अनुसार, 4 मई को प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला गया है। रविवार होने के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। सुबह से ही मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के लिए धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे।

शोभायात्रा में 1100 महिलाएं सिर पर कलश धारण कर शहर का भ्रमण करेंगी, जो मंदिर में वापस आकर संपन्न होगी।

विप्र फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष ललित उपाध्याय और महामंत्री प्रशांत चौबीसा ने बताया कि भगवान परशुराम ब्राह्मणों के आराध्य देव हैं। उन्होंने बताया कि विप्र फाउंडेशन ने एक साल पहले मंदिर बनाने की योजना बनाई थी। 20 जुलाई 2024 को सबसे पहले महादेव मंदिर परिसर में भगवान परशुराम की मूर्ति स्थापित की गई थी। 23 अगस्त को मंदिर की नींव रखी गई और अब, 8 महीने में यह मंदिर बनकर तैयार हो गया है।

डूंगरपुर जिले में भगवान परशुराम का यह पहला मंदिर है, जिसके प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कई गणमान्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। विप्र समाज कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है।

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