सोनीपत में नशीली दवाओं पर शिकंजा, दवा दुकानों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
सोनीपत, [दिनांक] – सोनीपत जिले को नशामुक्त बनाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने जिले की सभी दवा दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं। यह कदम नशीली दवाओं की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
शुक्रवार को हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों को प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद उपायुक्त डॉ. कुमार ने अधिकारियों को दवा दुकानों की नियमित जांच करने के आदेश दिए हैं। बिना लाइसेंस दवा बेचने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने नागरिकों से भी सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि जिले को नशामुक्त बनाने में नागरिकों की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि किसी व्यक्ति को नशीली वस्तुओं की बिक्री या अवैध व्यापार में संलिप्तता की जानकारी मिलती है, तो वह टोल फ्री नंबर 8930305020 या एनसीबी नंबर 9050891508 पर सूचना दे सकता है। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
शिक्षण संस्थानों को भी विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।
‘साथी’ ऐप से नशे पर नियंत्रण
उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन नशे की दवाओं पर पैनी नजर रख रहा है। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा ‘साथी’ ऐप का संचालन किया जा रहा है। इस ऐप में मेडिसिन की एंट्री किए बिना केमिस्ट कोई भी दवा नहीं रख सकते। ‘साथी’ ऐप नशे से संबंधित दवाओं पर रोक लगाने में काफी मददगार साबित हो रहा है। सिंथेटिक नशे के चलन पर रोक लगाने के लिए सरकार और प्रशासन पूरी तरह सजग है।
उन्होंने कहा कि साइकोट्रोपिक दवाओं की खुदरा, थोक और स्टॉकिंग के लिए प्रत्येक लाइसेंस धारक को ‘साथी’ ऐप में ऑनलाइन एंट्री करनी होगी। एंट्री के बगैर कोई भी दवा रखने पर ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज होगा।
उपायुक्त ने ड्रग कंट्रोल एक्ट की प्रभावी रूप से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला के सभी शिक्षण संस्थानों में नशे के विरुद्ध बच्चों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने के साथ-साथ संस्थानों में फ्लेक्स व अन्य जागरूकता प्रचार सामग्री लगवाने के भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अधिकारियों को जिलाभर में नशा छुड़ाने के नाम पर खोले गए नशा मुक्ति केंद्रों की नियमित जांच करने के भी निर्देश दिए हैं।
बैठक में जेल अधीक्षक राजेन्द्र सिंह, डीसीपी मनवीर सिंह, डीसीपी नरेन्द्र सिंह, डीए सुनिल खत्री और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। उपायुक्त ने कहा कि नशे की प्रवृत्ति को समाज से खत्म करने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ सुनिश्चित किया जाए और जागरूकता के लिए चलाई जा रही गतिविधियों व योजनाओं को जिले में प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।