उधमपुर में शहीद हुए फौजी मनदीप पूनिया का हिसार में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
हिसार, 21 मार्च। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए हिसार के गांव बयानाखेड़ा निवासी फौजी मनदीप पूनिया का गुरुवार को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सुबह उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, तो पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। हजारों ग्रामीणों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।
राजकीय सम्मान के साथ गांव के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भारत माता की जय के नारे गूंज उठे।
जानकारी के अनुसार, गांव बयानाखेड़ा के बलराज सिंह के बेटे मनदीप सिंह करीब 11 साल पहले सेना की टेरिटोरियल आर्मी (टीए) 112 डोगरा में भर्ती हुए थे। उन्होंने 2011 में शादी की थी और उनके परिवार में उनकी पत्नी, 13 वर्षीय बेटी और 10 वर्षीय बेटा है। वर्तमान में वे जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में तैनात थे।
ग्रामीणों के अनुसार, मनदीप पूनिया के परिवार में 31 मार्च को एक शादी समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें शामिल होने के लिए उन्होंने छुट्टी ली थी। 17 मार्च को वे छुट्टी पर गांव लौटने वाले थे, लेकिन ट्रेन छूट जाने के कारण उन्हें कैंट वापस जाना पड़ा। दुर्भाग्यवश, अगले ही दिन 18 मार्च को दोपहर बाद उनकी पत्नी को सेना से फोन आया, जिसमें मनदीप पूनिया के शहीद होने की सूचना दी गई।
20 मार्च की सुबह जब शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, तो पूरा गांव भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां क्षेत्रभर से लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे। हिसार कैंट से सेना की एक बटालियन भी इस मौके पर मौजूद रही।
गांव के श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद मनदीप पूनिया का अंतिम संस्कार किया गया। सेना की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी और गांववासियों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।
गांव के लोगों ने शहीद मनदीप पूनिया के बलिदान को अमर बनाने के लिए उनके नाम पर कोई सार्वजनिक स्थल या स्मारक बनाने की मांग की है। परिवार ने भी सरकार से उचित सम्मान और सहायता की मांग की है।