## प्रसन्नता: उत्तम स्वास्थ्य का आधार
नई दिल्ली: आधुनिक जीवनशैली में तनाव और भागदौड़ के बीच, विशेषज्ञों का कहना है कि प्रसन्न रहना स्वस्थ जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि सकारात्मक दृष्टिकोण और खुशहाल मन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
मनोवैज्ञानिक डॉ. सीमा शर्मा के अनुसार, “खुशी एक शक्तिशाली औषधि है। यह न केवल हमारे मूड को बेहतर बनाती है, बल्कि प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करने में भी सहायक है।”
शोधकर्ताओं का मानना है कि जब हम खुश होते हैं, तो हमारा शरीर एंडोर्फिन नामक हार्मोन का उत्पादन करता है, जो दर्द निवारक और तनाव कम करने का काम करता है। इससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सुझाव दिया है कि वे अपने जीवन में खुशी के छोटे-छोटे पल खोजें। ये पल प्रकृति के साथ समय बिताना, प्रियजनों के साथ बातचीत करना, शौक पूरे करना, या दूसरों की मदद करना जैसे सरल कार्य हो सकते हैं।
खुश रहने के लिए योग, ध्यान और व्यायाम भी प्रभावी तरीके हैं। नियमित रूप से इन गतिविधियों को करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है।
इसलिए, यदि आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं, तो अपनी दिनचर्या में प्रसन्नता को प्राथमिकता दें। क्योंकि, अंततः, अच्छी सेहत के लिए प्रसन्न रहना बहुत जरूरी है।