कोरियाई महिलाओं से बलात्कार के मामले में हरियाणा के बालेश धनखड़ को सिडनी कोर्ट ने सुनाई 40 साल की सजा
सिडनी/रेवाड़ी, [तिथि डालें]: हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रहने वाले बालेश धनखड़ को सिडनी की एक अदालत ने कोरियाई मूल की पांच महिलाओं के साथ बलात्कार करने के मामले में 40 साल की सजा सुनाई है। इस सजा में 30 साल की गैर-पैरोल अवधि भी शामिल है। 40 साल की सजा पूरी होने तक धनखड़ 83 वर्ष के हो चुके होंगे।
मूल रूप से रेवाड़ी के सेक्टर-3 निवासी बालेश धनखड़ 2006 में छात्र के रूप में ऑस्ट्रेलिया गए थे। पढ़ाई के बाद उन्होंने एबीसी, ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको, टोयोटा और सिडनी ट्रेन्स जैसी कई बड़ी कंपनियों में डेटा विज़ुअलाइज़ेशन सलाहकार के तौर पर काम किया।
धनखड़ को 2018 में गिरफ्तार किया गया था। सिडनी सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट यूनिट में पुलिस की छापेमारी के दौरान डेट-रेप ड्रग्स और घड़ी रेडियो के रूप में एक वीडियो रिकॉर्डर बरामद किया गया था।
भाजपा से जुड़ाव:
बालेश धनखड़ ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (OFBJP) के ऑस्ट्रेलियाई अध्यक्ष भी रहे हैं। नवंबर 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान धनखड़ उनकी अगवानी में सक्रिय रूप से शामिल थे और उन्होंने उस दौरान कार्यक्रमों की कई तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट की थीं। धनखड़ ने हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया था। वह मई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए भारत भी आए थे।
कोर्ट की टिप्पणी:
सिडनी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज माइकल किंग ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि अपराधी का आचरण पूर्व नियोजित, सुनियोजित, चालाकीपूर्ण और अत्यधिक हिंसक था। उन्होंने कहा कि यौन संतुष्टि की धनखड़ की इच्छा प्रत्येक पीड़ित के प्रति पूर्ण और कठोर उपेक्षा को दर्शाती है।