पलवल पुलिस ने साइबर अपराध मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों को अधिक कमाई का लालच देकर ठगी करते थे। साइबर अपराधियों का गिरोह लोगों से ठगी करके उनके पैसे इन दोनों युवकों के खाते में जमा कराता था। उसके बाद उसे निकालने पर यह युवक 10 हज़ार रुपये का कमीशन लेते थे। इस मामले में, जिला साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर दो युवकों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस प्रवक्ता संजय कदियान ने बताया कि साइबर थाने में कार्यरत जांच अधिकारी देवी सिंह और उनकी टीम को सूचना मिली कि दो युवक साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बताया गया कि दोनों युवक केएमपी एक्सप्रेसवे पर हथीन रोड की पुलिया के पास खड़ी अपनी कार से ठगी कर रहे हैं। साइबर क्राइम पुलिस ने कार समेत दोनों को पकड़ लिया। आरोपियों ने अपनी कार की नंबर प्लेट मोड़ रखी थी।
पूछताछ में, गिरफ्तार आरोपियों ने अपनी पहचान जिला नूंह के अकबरपुर निवासी मुजाहिद और झांसी (यूपी) के अंबेडकर नगर निवासी सतीश वर्मा के रूप में बताई।
लालच देकर खाता खुलवाना और फिर उसमें पैसे जमा करवाना
पूछताछ में, आरोपियों ने बताया कि वे विभिन्न साइबर गिरोहों के लिए काम करते थे। वे लोगों को लालच देकर उनके नाम से बैंकों में खाते खुलवाते थे। खाता खुलवाने के बाद, आरोपी उस खाते का एटीएम और चेक बुक अपने पास रख लेते थे। यही काम उन्होंने गिरफ्तार किए गए सतीश वर्मा के साथ किया था, जिसके नाम पर उन्होंने अलग-अलग बैंकों में खाते खोल रखे थे। इन खातों में आने वाले ठगी के पैसे मुजाहिद निकालता था।
मुजाहिद के घर पर एक एटीएम मशीन लगी हुई थी, जहां से ठगी के पैसे निकाले जाते थे। इसके बाद वह साइबर गिरोह को ठगी के पैसे देता था और उसके बदले में उन्हें कमीशन मिलता था।
बैग से चेकबुक और मोबाइल मिले
साइबर क्राइम पुलिस ने आरोपियों की गाड़ी की तलाशी ली और एक बैग बरामद किया। बैग की जांच में, चार चेकबुक और ‘टू स्पा’ नाम की एक मोहर मिली। इसके अलावा, आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन भी बरामद हुए। फोन में ठगी से जुड़े चैट भी मिले।
एनसीआरपी पोर्टल पर जांच में छह शिकायतें मिलीं
जब साइबर क्राइम पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को एनसीआरपी पोर्टल पर चेक किया, तो उन्हें अलग-अलग राज्यों में साइबर अपराध की छह शिकायतें मिलीं। मुजाहिद के फोन में भी साइबर ठगी से संबंधित वॉट्सऐप चैट मिलीं। दोनों आरोपी गुरुग्राम में किराए के मकान में रहते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।