नेहरू युवा केंद्र, भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के तत्वावधान में, जंक्शन के पुलकित कॉलेज फॉर हायर एजुकेशन में शुक्रवार को नशीली दवाओं के उपयोग और दुरुपयोग के बारे में एक जागरूकता और शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
वक्ताओं ने छात्रों को नशे की लत से बचाने के लिए समाज के प्रयत्नों और इसके खिलाफ जागरूकता पैदा करने के बारे में बताया।
आरसीएचओ डॉ. सुनील विद्यार्थी ने बताया कि नशे के खिलाफ “मानस अभियान” नामक एक पहल जिले में कलेक्टर कानाराम द्वारा शुरू की गई है। इस अभियान का उद्देश्य नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में जनता को जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं के अत्यधिक सेवन से प्रतिदिन युवाओं की मौत हो रही है।
डॉ. विद्यार्थी ने जोर देकर कहा कि नशे पर अंकुश लगाना केवल एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है। समाज को इस अभियान में प्रशासन के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशा एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जिसका इलाज संभव है। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में नशे के आदी व्यक्तियों के लिए उपचार शिविर और परामर्श सत्रों पर प्रकाश डाला, जहां वे नशे की लत को छोड़ने के लिए मदद ले सकते हैं।
कार्यक्रम में एडीईओ प्रारंभिक सुनीता खुंगर भी उपस्थित थीं। डॉ. विद्यार्थी ने आशा व्यक्त की कि कलेक्टर द्वारा शुरू किया गया नशा विरोधी अभियान अंततः सफल होगा, जिससे हनुमानगढ़ जिला नशीली दवाओं से मुक्त हो सकेगा।