राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बौद्ध धर्म की शिक्षाओं की सराहना करते हुए कहा है कि यह संकट के समय में बहुत उपयोगी है। बिहार के वैशाली में एक बौद्ध स्थल के दौरे के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि बौद्ध धर्म की शिक्षाएँ अहिंसा, करुणा और दया पर आधारित हैं, जो आज के अशांत समय में प्रासंगिक हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “बौद्ध धर्म की शिक्षाएँ हमें अनासक्ति और करुणा का पाठ पढ़ाती हैं। यह हमें संकट के समय भी शांत और सकारात्मक बने रहने में मदद करती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि बौद्ध धर्म न केवल एक धर्म है, बल्कि एक जीवन जीने का तरीका भी है। इसने दुनिया भर के लाखों लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और शांति प्रदान की है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने वैशाली में विश्व शांति स्तूप का भी दौरा किया और वहाँ प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि यह स्तूप दुनिया में शांति और सद्भाव की कामना का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, “मैं दुनिया भर के लोगों से शांति, सद्भाव और करुणा को बढ़ावा देने के लिए काम करने का आग्रह करती हूँ।”