नूंह में परिवार पहचान पत्र में जालसाजी का खेल, सीएससी संचालक ऐंठ रहे मोटी रकम
नूंह। परिवार पहचान पत्र में आय की जानकारी छिपाने के बदले नूंह जिले में जमकर जालसाजी हो रही है। कुछ सीएससी सेंटर संचालक इसके लिए मोटी रकम वसूल रहे हैं। ताजा मामला परिवार पहचान पत्र में आय घटाकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने का सामने आया है। दो दर्जन से ज्यादा लोगों से 3 हजार से 5 हजार रुपये तक ऐंठे गए हैं। इस खेल में कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक और दलाल शामिल हैं।
शिकायतकर्ता जाबिद पुत्र नूर मोहम्मद, गांव उलेटा ने अतिरिक्त उपायुक्त नूंह को शिकायत दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगीना में कॉमन सर्विस सेंटर के संचालकों ने उनकी पत्नी से बीपीएल राशन कार्ड बनवाने के लिए 3 हजार रुपये लिए। बाद में 2 हजार रुपये और मांगे। संचालक से रुपये मांगने पर उसने उनकी फैमिली आईडी में आय बढ़ाकर 3 लाख से 5 लाख रुपये कर दी। इतना ही नहीं, जाबिद को उनकी फैमिली आईडी से काटकर एक अन्य फैमिली आईडी में जोड़ दिया गया।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि वह एक कच्चे घर में रहता है और ऊपर पक्की छत भी नहीं है। गांव उलेटा के 20 से 25 लोगों की सीएससी केंद्र संचालकों ने आय कम करके बीपीएल राशन कार्ड बनवाए हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि अधिकारी उन्हें केवल आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
अतिरिक्त उपायुक्त नूंह प्रदीप कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। हरियाणा सरकार 1 लाख 80 हजार रुपये से कम आय वाले परिवारों के बीपीएल राशन कार्ड मुफ्त में बनाती है। अगर कोई भी सीएससी संचालक या अन्य व्यक्ति पैसे लेता है, तो इसकी शिकायत एडीसी के कार्यालय में करें। तुरंत कार्रवाई होगी।