अनिल विज ने लगाया हत्या की साजिश का आरोप: खूनखराबे की कोशिश में प्रशासन

हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने दावा किया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। विज ने आरोप लगाया कि इस साजिश में पार्टी के भीतर के कुछ लोगों और प्रशासन के अधिकारियों को भी शामिल किया गया था।

विज ने कहा, “प्रशासन ने मुझे चुनाव हराने की पूरी कोशिश की। नगर पालिका ने हमारी स्वीकृत सड़कें बनाने से इनकार कर दिया था। लेकिन अब वे सड़कें फिर से बनने लगी हैं। प्रयास किया गया था कि चुनाव के दौरान खून-खराबा हो ताकि मुझे या मेरे किसी कार्यकर्ता की हत्या करके चुनाव को प्रभावित किया जा सके।”

विज सोमवार को अंबाला में चुनावोपरांत आयोजित धन्यवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एक व्यक्ति का नाम लेते हुए कहा, “उसने लोगों को चित्रा सरवाय के खेमे में शामिल करने के लिए घर-घर जाकर प्रचार किया, जिसके सभी सबूत मेरे पास हैं। उसने अपने सभी फेसबुक पेजों पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ तस्वीरें पोस्ट कीं ताकि अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को प्रभावित किया जा सके। मुझे नहीं पता कि उसके मुख्यमंत्री से क्या संबंध हैं। उसने भाजपा के खिलाफ जो काम किया है, उसे हमारे मुख्यमंत्री के साथ फोटो पोस्ट करने का कोई अधिकार नहीं है। वह तुरंत ये फोटो फेसबुक से हटा दे क्योंकि हम अपने मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा को धूमिल नहीं होने देंगे।”

विज ने कहा, “शाहपुर गांव में मेरा एक कार्यक्रम था। मैंने चुनाव आयोग से अपने सभी कार्यक्रमों की अनुमति ले रखी थी। मैं कार्यक्रम स्थल पहुंचा जहां हॉल के अंदर पहले से ही काफी लोग मौजूद थे। जैसे ही मैं भाषण देने के लिए खड़ा हुआ, किसान यूनियन के झंडे लिए कई लोग कार्यक्रम में घुस आए। गांव के लोगों ने उन्हें पकड़कर बाहर फेंक दिया। उस दौरान अगर कुछ हो जाता तो मेरा चुनाव प्रभावित हो जाता। या तो कोई किसान यूनियन का कार्यकर्ता मर जाता, या कोई ग्रामीण या फिर मैं खुद। उनकी योजना यही थी कि अनिल विज अचानक आगे आएंगे और वे उन पर लाठी से हमला करेंगे। लेकिन मैंने संयम बनाए रखा। मैं पूछना चाहता हूं कि पुलिस कहां थी? वहां एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। मेरे पास Z श्रेणी की सुरक्षा है। मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जान से मारने की धमकियां मिली हैं। उस घटना से एक दिन पहले ही मेरी आधी सुरक्षा वापस ले ली गई थी।”

विज ने कहा, “CID कहां है? उन्हें पता क्यों नहीं चला कि इतने सारे लोग प्रदर्शन कर रहे हैं? मैं वहां एक कार्यक्रम कर रहा हूं। लोकतंत्र में लोग दूर खड़े होकर विरोध कर सकते हैं, लेकिन पुलिस को उन्हें रोकना चाहिए था। CID को पता कैसे नहीं चला कि प्रदर्शनकारी डंडे और लोहे की छड़ें लेकर आए हैं? फिर चुनाव आयोग से अनुमति लेने का क्या मतलब है? कई लोग मिलीभगत में शामिल हैं।”

विज ने कहा, “कई लोगों ने अफवाहें फैलाईं कि मुझे टिकट नहीं मिलेगा, मैं नहीं जीतूंगा और फिर कहा कि सरकार नहीं बनेगी। लेकिन ये सब झूठ साबित हुआ। वही लोग अब विपक्ष के पास चले गए हैं। कसाईयों के कहने से भैंसे नहीं मरती हैं। जल्द ही नगर परिषद के चुनाव होंगे। कार्यकर्ता अपनी टीमें बनाएं और लोगों से जुड़ें।”

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