रणथंभौर में बाघों के गायब होने की जांच के लिए समिति का गठन, दो माह में CWLW कार्यालय में रिपोर्ट जमा करनी होगी

रणथंभौर में लापता बाघों की जांच के लिए समिति गठित

वन्यजीव निगरानी रिपोर्ट में प्रकट हुआ है कि रणथंभौर से कई बाघ और बाघिन लंबे समय से गायब हैं। इस खुलासे के बाद वन विभाग ने कार्रवाई की है।

रिपोर्ट के अनुसार, रणथंभौर टाइगर रिजर्व में पिछले कुछ समय से बाघों के लापता होने की जानकारी सामने आई है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य वन्यजीव वार्डन (CWLW) पवन कुमार उपाध्याय ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।

समिति में CWLW अध्यक्ष हैं, जबकि अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) APCCF अध्यक्ष हैं। अन्य दो सदस्य CF टी. मोहनराज और DFO मानस सिंह हैं।

समिति को निम्नलिखित कार्यों का जिम्मा सौंपा गया है:

* CCF रणथंभौर द्वारा लापता बाघों को खोजने के लिए किए गए प्रयासों की जांच करना।
* किसी भी लापरवाही या कदाचार के लिए अधिकारियों या कर्मचारियों की पहचान करना और CWLW को अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश करना।
* रणथंभौर में व्यवस्थागत खामियों की पहचान करना और उन्हें सुधारने के सुझाव देना।
* विशेषज्ञों से सलाह लेना यदि आवश्यक हो।

समिति को दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट CWLW को सौंपनी है।

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