राजस्थान में पर्यटन में नवाचार
राजस्थान सरकार और पर्यटन विभाग पर्यटकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नए पर्यटन स्थलों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। मौजूदा पर्यटन स्थलों को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए प्रयास जारी हैं।
नए पर्यटन स्थल:
* जयपुर में टाइगर सफारी: नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में अब टाइगर सफारी उपलब्ध है, जहां पर्यटक सस्ती कीमत पर वन्यजीवों का अनुभव कर सकते हैं।
* अजमेर की आनासागर झील में क्रूज की सैर: देश का पहला इलेक्ट्रिक क्रूज पर्यटकों को झील की सुंदरता का आनंद लेने का अवसर प्रदान करता है।
* कोटा में चंबल रिवर फ्रंट: यह नदी तट पर्यटकों को नदी के किनारे सैर करने, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने और चंबल माता की विशाल प्रतिमा का अवलोकन करने की सुविधा प्रदान करता है।
* बूंदी में हेरिटेज वॉक: यह 3 किलोमीटर की वॉक पर्यटकों को शहर की ऐतिहासिक विरासत और स्थापत्य कला से परिचित कराती है।
विलेज टूरिज्म:
ग्रामीण जीवन का अनुभव करने के लिए पर्यटक अब राजस्थान के गांवों की ओर रुख कर रहे हैं। बेस्ट टूरिज्म विलेज का पुरस्कार जीतने वाला देवमाली गांव विशेष रूप से लोकप्रिय हो रहा है, जहां पर्यटक पारंपरिक भारतीय संस्कृति और जीवन शैली का अनुभव कर सकते हैं।
पारंपरिक पर्यटन स्थलों में नवाचार:
* उदयपुर के सिटी पैलेस में ‘हाथियों का युद्ध अभ्यास’: इस प्रदर्शनी में हाथियों के युद्ध कौशल का चित्रण करने वाली मूर्तियां शामिल हैं।
* उदयपुर में पिछोला झील में बैटरी ऑपरेटेड बोट: ये बोट नाव की आवाज से राहत प्रदान करती हैं और झील के पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करती हैं।
* चीरवा इलाके में फूलों की घाटी में स्पोर्टी एक्टिविटी: इस क्षेत्र में पर्यटकों के लिए ज़िप-लाइनिंग, ट्रैम्पोलिन और पैराग्लाइडिंग जैसी रोमांचक गतिविधियाँ उपलब्ध हैं।
फेस्टिवल और कार्यक्रम:
राजस्थान में पूरे साल विभिन्न फेस्टिवल और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं। ये कार्यक्रम पर्यटन को बढ़ावा देने और आर्थिक गतिविधियों को उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।