दुबई: छोड़ी गई लक्ज़री कारों की दुनिया
विश्वभर में लग्ज़री कारों की मांग बहुत अधिक है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी जगह है जहां लोग रोल्स-रॉयस और लेम्बोर्गिनी जैसी कारों को सड़कों पर छोड़ देते हैं? यह जगह दुबई है।
दुबई में सुपरकार इतनी आम हैं कि लोग उन्हें सड़कों पर ऐसे ही खड़ी कर चले जाते हैं। भारत में जहां फेरारी, लेम्बोर्गिनी, पोर्श और बेंटले जैसी कारें खरीदना एक सपना है, वहीं दुबई में ये कारें आम हैं। शहर में ऐसे अनगिनत स्थान हैं जहां आप ये सुपरकार देख सकते हैं, जिसमें एयरपोर्ट और पार्किंग क्षेत्र शामिल हैं।
लोग सड़कों पर सुपरकार क्यों छोड़ते हैं?
इसकी मुख्य वजह वित्तीय संकट है। दुबई में करियर बनाने के लिए आने वाले कई लोगों को सफलता नहीं मिल पाती। वे अपने सपनों की कार खरीद लेते हैं लेकिन शेष भुगतान नहीं कर पाते। जेल जाने से बचने के लिए, वे अपनी कारों को सड़कों पर छोड़कर दुबई से भाग जाते हैं। इसमें विदेशी भी शामिल हैं जिन्हें भारी वेतन मिलता है, लेकिन बाद में उनके खर्च बढ़ जाते हैं और वे ऋण में डूब जाते हैं।
छोड़ी गई कारों में से अधिकांश वित्तपोषित होती हैं, जिसका अर्थ है कि उनके चेक बाउंस हो गए हैं। कुछ कारें ऐसी भी हैं जिनका पंजीकरण भी नहीं हुआ है।
एक अन्य कारण दुबई का कानूनी सिस्टम है जो शरिया कानून पर आधारित है। शरिया कानून के तहत, दिवालिया होने या कर्ज न चुका पाने पर कड़ी सजा दी जाती है। इससे बचने के लिए लोग अपनी महंगी कारों को छोड़कर देश छोड़कर भाग जाते हैं। यह प्रवृत्ति 2009 से दुबई में देखी जा रही है।
क्या इन सुपरकारों को खरीदा जा सकता है?
हां, छोड़ी गई कारों को खरीदा जा सकता है, लेकिन प्रक्रिया जटिल और कानूनी है। पुलिस इन कारों को जब्त करती है और नीलामी करती है, जिसे “दुनिया की सबसे महंगी सुपरकार पुलिस बिक्री” के रूप में भी जाना जाता है। खरीदार अपनी पसंद की कारों के लिए डीलरों से संपर्क कर बोली भी लगा सकते हैं।