झुंझुनूं के वार्ड 46 के प्रवीण स्वामी ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 29 अक्टूबर को उनके व्हाट्सएप पर (575)4051207 नंबर से एक वॉयस कॉल आई, जिसमें खुद को रोहित गोदारा गैंग का वीरेंद्र चारण बताया गया। प्रवीण को खुद के ग्रुप की मदद करने को कहा गया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
उसी दिन शाम को वीरेंद्र से कथित तौर पर एक ऑडियो मैसेज आया, जिसमें उन्होंने धमकी दी। इसके बाद 30 अक्टूबर को प्रवीण को फिर से फोन आया, जिसमें 50 लाख रुपये की मांग की गई। पैसे देने से इनकार करने पर उनका फोन काट दिया गया।
शाम को उन्हें फिर से एक ऑडियो मैसेज मिला, जिसमें उन्हें बताया गया कि वीरेंद्र को उनकी जानकारी पता है और उन्हें गौ सेवक नहीं, बल्कि प्रॉपर्टी व्यवसायी के रूप में जानता है। उन्हें चार दिन का समय दिया गया और जान से मारने की धमकी दी गई।
31 अक्टूबर को शाम को उन्हें फिर से दो व्हाट्सएप कॉल और एक वॉयस कॉल आई, जिसमें 1 करोड़ रुपये की मांग की गई। यह कहते हुए कि उनके पास 5 दिन का समय है, उन्हें धमकी दी गई कि अगर वे मांग पूरी नहीं करते हैं तो उन्हें और उनके परिवार को मार दिया जाएगा।