एक जोधपुर के सरकारी अस्पताल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक हेल्पर ने कथित तौर पर YouTube वीडियो देखकर एक मरीज की ECG (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) जांच की।
परिवार के सदस्यों ने हेल्पर को YouTube से निर्देश लेते हुए ECG मशीन का उपयोग करते देखा और उसे रोक दिया। उन्होंने उसे बताया कि उसे ECG करने के लिए प्रशिक्षित नहीं किया गया है और वह मरीज के जीवन को खतरे में डाल रहा है।
इस पर हेल्पर ने तर्क दिया कि कोई अन्य कर्मचारी उपलब्ध नहीं था। यह घटना गुरुवार दोपहर को पावटा में स्थित सैटेलाइट अस्पताल में हुई थी।
घटना के दो वीडियो सामने आए हैं, एक मरीज द्वारा और दूसरा उनके परिजनों द्वारा बनाया गया था। वीडियो में, मरीज ने कहा कि दिवाली पर लैब तकनीशियन छुट्टी पर था और हेल्पर को मशीन का उपयोग करने का तरीका नहीं पता था।
परिजनों ने हेल्पर से बार-बार आग्रह किया कि वे किसी अन्य कर्मचारी को बुलाएँ, क्योंकि ECG हृदय से सीधे जुड़ा हुआ है और किसी भी गलती से गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
हेल्पर ने जवाब दिया कि वह लैब तकनीशियन नहीं है, जो छुट्टी पर था। उसने दावा किया कि उसने मशीन को ठीक से स्थापित किया है और यह ठीक से काम करेगी।
घटना की पुष्टि करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल बीएस जोधा ने कहा कि वीडियो की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।