भारत का पहला बजट: एक ऐतिहासिक क्षण
नई दिल्ली: भारत का पहला बजट 7 अप्रैल, 1860 को पेश किया गया था। यह ब्रिटिश राज के दौरान हुआ था जब भारत का वित्त व्यवस्था लॉर्ड जेम्स विल्सन द्वारा संभाली जा रही थी।
विल्सन ने इस बजट में भारत के लिए पहली बार कर प्रणाली की शुरुआत की। बजट में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों प्रकार के करों को शामिल किया गया था। प्रत्यक्ष करों में आय और भूमि राजस्व शामिल थे, जबकि अप्रत्यक्ष करों में नमक, शराब और अफीम जैसी वस्तुओं पर सीमा शुल्क शामिल थे।
पहला बजट भारत के वित्तीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था। इसने भारत में आधुनिक बजट प्रणाली की नींव रखी और देश की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने में मदद की। आज भी, भारत का बजट हर साल वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाता है और यह देश की आर्थिक नीतियों और प्राथमिकताओं को निर्धारित करता है।