मानसून के आगमन से पश्चिमी राजस्थान में भारी वर्षा और बिजली आपूर्ति में व्यवधान
मानसून की सक्रियता के साथ सावन के पहले सोमवार को पश्चिमी राजस्थान के कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश देखी गई। रामगढ़, मोहनगढ़, पोकरण, लाठी और जैसलमेर शहर में भारी वर्षा दर्ज की गई।
हालांकि, इस भारी बारिश के साथ तेज तूफानी हवाओं के कारण भी नुकसान हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में तूफान के कारण 132 केवी की बिजली लाइन के 3 टावर गिर गए, जिससे मोहनगढ़ और चांधन सहित 100 गांवों और ढाणियों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
इसके अतिरिक्त, 250 से अधिक बिजली पोल भी गिर गए, जिससे बाड़मेर-जैसलमेर के 700 गांवों में अगले तीन दिनों तक पानी की आपूर्ति बंद रहने की संभावना है।
बिजली विभाग को भी इस तूफान से भारी नुकसान हुआ। अनुमानित 40 लाख रुपये की क्षति के साथ, 33 केवी जीएसएस का यार्ड गिर गया, ट्रांसफॉर्मर जल गए और 11 केवी के 150 पोल, एलटी लाइन के 100 पोल और 12 ट्रांसफॉर्मर धराशायी हो गए।
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए मौसम साफ रहने की भविष्यवाणी की है। हालांकि, 25 जुलाई से मानसून फिर से सक्रिय होने और जिले में बारिश होने की उम्मीद है।