कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाएगी
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाने के लिए तैयार है। पार्टी सभी शैक्षणिक और चिकित्सा संस्थानों में नियमित भर्ती और संविदा और आउटसोर्सिंग नौकरियों में आरक्षण के कार्यान्वयन की मांग करेगी।
कांग्रेस का आरोप है कि सत्तारूढ़ भाजपा आरक्षण के मुद्दे पर “आधे-अधूरे मन” की नीति अपना रही है। पार्टी का दावा है कि आरक्षित श्रेणियों के लोगों को नौकरियों और शिक्षा में समान अवसर नहीं दिए जा रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “हम आरक्षण के मुद्दे पर निरंतर आंदोलन करेंगे। हम देश भर में रैलियां और प्रदर्शन करेंगे ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके कि वह आरक्षण को लेकर अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करे।”
पार्टी ने संविधान में 10वें संशोधन की भी मांग की है, ताकि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए 27% आरक्षण की अनुमति दी जा सके। कांग्रेस का तर्क है कि यह संशोधन आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को आरक्षण का लाभ सुनिश्चित करेगा।
कांग्रेस का यह आंदोलन आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले होना तय है। पार्टी को उम्मीद है कि आरक्षण के मुद्दे पर उसके मजबूत रुख से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के बीच उसे समर्थन मिलेगा।