सोमवार की सुबह, नगर पालिका में ठेकेदार के अंतर्गत कार्यरत लगभग 600 सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। उनका आरोप है कि पिछले 13 महीनों से उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से 26 रुपये का अंतर राशि नहीं मिली है।
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने निगम प्रशासन को कई बार अनुरोध पत्र सौंपे, लेकिन किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिली। अब तक की गंदगी से शहर पहले से ही बदहाल है।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के जिला उपाध्यक्ष शिवराज अठवाल ने बताया कि सफाई कर्मचारियों को बढ़ाई गई न्यूनतम मजदूरी के अनुसार वेतन नहीं मिल रहा है। करीब 13 महीनों से 26 रुपये प्रतिदिन की अंतरराशि बकाया है।
इस मामले को लेकर महापौर और आयुक्त से मिलने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला। सात दिन के बाद तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया था। आयुक्त ने एक समाधान का आश्वासन दिया था।
हालांकि, जब अठवाल और अन्य प्रतिनिधि आयुक्त के कार्यालय पहुंचे, तो उन्हें बार-बार अलग-अलग कर्मचारियों के पास भेजा गया। अंततः उन्हें बताया गया कि अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।
तब से, शहर के सभी सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है। वे तब तक काम पर नहीं लौटेंगे जब तक उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं हो जाता।