रसोइए की बेटी की शादी में पुलिस का भात, 61 हजार का दान।

अलवर आबकारी थाने का मानवीय चेहरा, कर्मचारी बने ‘भाती’

अलवर, [आज की तारीख] | अलवर आबकारी थाने के अधिकारियों और कर्मचारियों ने शुक्रवार को मानवीयता की एक अनूठी मिसाल पेश की। थाने में खाना बनाने वाली बिरमा देवी के घर, थाने का पूरा स्टाफ ‘भाती’ बनकर पहुंचा।

दीवान जी का बाग निवासी बिरमा देवी की बेटी की शादी में आबकारी थाने के कर्मचारियों ने 61 हजार रुपए का ‘भात’ भरा। सभी ने बिरमा को गले लगाकर बेटी की शादी की शुभकामनाएं दीं।

थानाधिकारी सतीश कुमार के नेतृत्व में जवानों ने थाने में खाना बनाने वाली महिला की बेटी की शादी में एक नई पहल की। पूरा थाना ‘भात’ लेकर महिला के घर पहुंचा तो बिरमा के परिवार में खुशियां छा गईं। थानाधिकारी और जवानों ने भाईयों का फर्ज निभाया। ‘भात’ में 61 हजार रुपए, साड़ी व कपड़े भेंट किए गए।

यह देखकर बिरमा और दुल्हन की आंखें नम हो गईं। शादी में शामिल होने आए लोग आबकारी थाने के थानाधिकारी और जवानों की प्रशंसा करते नहीं थक रहे थे।

अलवर के दीवान जी का बाग क्षेत्र में रहने वाली बिरमा देवी आबकारी थाने में खाना बनाने का काम करती हैं। उनके पति पदम रिक्शा चलाते हैं। इंचार्ज सतीश कुमार सहित थाने के 14 से 15 सिपाही मोनिका की शादी में ‘भात’ लेकर पहुंचे और मामा का फर्ज अदा किया। थाने की तरफ से 61 हजार रुपए, 11 जोड़ी सूट, साड़ी, कपड़े और जरूरी सामान दिया गया।

इस संबंध में थाना इंचार्ज सतीश कुमार ने कहा, “बिरमा हमारे थाने में खाना बनाती हैं। उनके परिवार की आर्थिक हालत खराब है। ऐसे में हमारा फर्ज बनता है कि हम सब मिलकर उसकी मदद करें। इसलिए थाने के सभी स्टाफ ने यथासंभव सहयोग किया है। हमें भी बहुत अच्छा लग रहा है और बिरमा को भी अहसास हुआ है कि वह अकेली नहीं है। जहाँ वह काम करती है, पूरा स्टाफ उसका परिवार है।”

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