बेटी को बेटे जैसा सम्मान: नीमराना में बेटी की बिंदोरी घोड़ी पर निकली

नाघोड़ी में बेटी को घोड़ी पर बिठाकर निकाली बिंदौरी, समानता का संदेश

नीमराना, [दिनांक] । नीमराना के नाघोड़ी गांव में एक मजदूर परिवार ने बेटी और बेटे में समानता का अनूठा उदाहरण पेश किया है। राकेश प्रजापत, जो एक कंपनी में कार्यरत हैं, और उनकी पत्नी ममता देवी, जो नरेगा श्रमिक हैं, ने अपनी बेटी रेनू की शादी से पहले गुरुवार रात को उसे घोड़ी पर बिठाकर पूरे गांव में बिंदौरी निकाली।

स्नातक रेनू का विवाह कोटपूतली-बहरोड़ जिले के बानसूर क्षेत्र के खेड़ा श्यामपुरा में तय हुआ है। बारात 18 अप्रैल को खेड़ा श्यामपुरा से नाघोड़ी पहुंचेगी। राकेश प्रजापत के दो बच्चे हैं – बेटी रेनू और बेटा विकास।

रेनू ने बताया कि उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा एक बेटे की तरह प्यार दिया है। उन्होंने अपनी बेटी की शादी में भी वही उत्साह और उमंग दिखाई है जो बेटों की शादी में होती है।

बिंदौरी की यह अनूठी रस्म पूरे गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस पहल से समाज में बेटा-बेटी के भेदभाव को मिटाने का एक सकारात्मक संदेश गया है। गांव के लोगों ने परिवार के इस प्रयास की सराहना की है।

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