जयसमंद और सिलीसेढ़ बांधों में अतिक्रमण की स्थिति
रामगढ़ विधायक जुबेर खान के विधानसभा प्रश्न के जवाब में सरकार ने बताया कि जयसमंद झील के भराव और बहाव क्षेत्र और सिलीसेढ़ के भराव क्षेत्र में कोई अतिक्रमण नहीं है। हालांकि, सिलीसेढ़ के बहाव क्षेत्र में 16 अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं।
सिलीसेढ़ के अतिक्रमण हटाए जाएंगे
सरकार ने कहा है कि इन सभी 16 अतिक्रमणों को हटाया जाएगा। ये अतिक्रमण निजी खातेदारी में दर्ज होने के कारण, राजस्व विभाग के समन्वय से कार्रवाई की जा रही है। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाता है, तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी।
पैंतपुर और किशनपुरा में अतिक्रमण
ये 16 अतिक्रमण पैंतपुर और किशनपुरा गांवों में हैं। अधिकांश अतिक्रमण सिलीसेढ़ के ओवरफ्लो से जयसमंद तक जाने वाले पानी के बहाव क्षेत्र में चहारदीवारी का निर्माण करके किए गए हैं। इसके अलावा, कुछ लोगों ने गैरकानूनी प्लॉटिंग की है और बहाव क्षेत्र में रिसॉर्ट भी बनाए गए हैं।
सरिस्का में अवैध निर्माण पर कार्रवाई
सरिस्का सीटीएच और बफर क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित होटलों का सर्वेक्षण चल रहा है। सर्वेक्षण रिपोर्ट आने पर, अनुमान है कि 100 से अधिक होटल और रिसॉर्ट खतरे में पड़ सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सरिस्का की एक किलोमीटर की परिधि में बने प्रतिष्ठानों पर रिपोर्ट देने को कहा था। जांच में पता चला कि दो दर्जन से अधिक होटल और रेस्टोरेंट नदी, नाले और चारागाह की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए हैं। यदि जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रभावी कार्रवाई की जाती है, तो मिलीभगत के कारण कई उच्चाधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।