सावन मास के शुभारंभ पर सोमवार से ही शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तगण प्रातःकाल से ही महादेव का जल और दूध से अभिषेक कर रहे हैं और पुष्पों से उनका श्रृंगार कर रहे हैं। शिव मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है।
शहर के मुक्तेश्वर महादेव मंदिर, राजराजेश्वर महादेव मंदिर, झिरी महादेव मंदिर सहित जिले के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा है। भोलेनाथ के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया है।
पंडित रमेश शर्मा के अनुसार, सावन का सोमवार अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन जप, तप और ध्यान अत्यंत शुभ होते हैं। सोमवार चंद्र ग्रह का दिन होता है, और चंद्रमा के स्वामी भगवान शिव हैं। इस दिन पूजा करने से न केवल चंद्रमा, अपितु भगवान शिव की कृपा भी प्राप्त होती है।
स्वास्थ्य समस्याओं, विवाह बाधाओं या दरिद्रता से ग्रस्त व्यक्ति यदि सावन के प्रत्येक सोमवार को विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करता है, तो उसे इन कष्टों से मुक्ति मिलती है। सोमवार और भगवान शिव के संबंध के कारण ही माता पार्वती ने सोलह सोमवार का व्रत रखा था। सावन का सोमवार विवाह और संतान संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए भी अत्यंत प्रभावकारी माना जाता है।