जालोर में मानसून का आगमन और भारी वर्षा
सोमवार को, जालोर ने मानसून सीज़न की अपनी पहली प्रमुख बारिश देखी। 25 मिनट की मूसलाधार बारिश ने 19 मिमी वर्षा की। हालाँकि, शहर के ड्रेनेज सिस्टम की अपर्याप्तता उजागर हो गई, क्योंकि पानी की अपर्याप्त निकासी के कारण शाम 5 बजे तक मुख्य सड़कें और बस स्टैंड जलमग्न हो गए।
उमस और गर्मी से परेशान जालोरवासी बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे थे। सोमवार को, मौसम ने करवट ली, जिससे जालोर और जिले के कई अन्य हिस्सों में तेज़ हवा के साथ भारी बारिश हुई। यह मानसून सीज़न की पहली पर्याप्त वर्षा थी।
जालोर में मानसून ने 28 जून को दस्तक दी थी। इसके बाद, राज्य के अन्य सभी जिलों ने अच्छी बारिश का अनुभव किया, लेकिन जालोर बारिश से वंचित रहा। अंततः, सोमवार दोपहर बाद, अचानक तेज़ हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। जालोर में 19 मिमी, भीनमाल और जसवंतपुरा में 12-12 मिमी और सायला में 13 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मूसलाधार वर्षा ने निवासियों को गर्मी और उमस से थोड़ी राहत प्रदान की।
दूसरी ओर, भारी बारिश ने शहर की कई कॉलोनियों को जलमग्न कर दिया। नालियों की अपर्याप्त सफाई के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही थी, जिससे निवासियों और दोपहिया वाहन चालकों को भारी असुविधा हुई।
मौसम विशेषज्ञ आनंद कुमार शर्मा ने कहा कि जिले में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। उसके प्रभाव से जालोर में अगले 4 दिनों तक तेज से मध्यम बारिश की संभावना है।