संतों की एकता यात्रा पाली पहुंची, नशे से दूर रहने और शिक्षा को बढ़ावा देने का संदेश
पाली, [आज की तारीख] | सरगरा समाज में एकता और जागृति लाने के उद्देश्य से संतों द्वारा निकाली गई एकता यात्रा गुरुवार देर शाम पाली पहुंची। नाडोल से शुरू हुई यह यात्रा जालोर, सिरोही, और जोधपुर जिलों से होते हुए पाली पहुंची है।
यात्रा के दौरान संतों ने सरगरा समाज के लोगों को संबोधित करते हुए नशे से दूर रहने और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशा जीवन को बर्बाद कर देता है, जबकि शिक्षा के माध्यम से जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है। संतों ने समाज के लोगों को एकजुट रहने और विकास के पथ पर आगे बढ़ने का संदेश दिया।
अखिल भारतीय क्षत्रिय सरगरा युवा महासभा के जिलाध्यक्ष मुकेश राठौड़ ने बताया कि यात्रा 15 अप्रैल को मुक्तेश्वर धाम देसूरी से रवाना हुई थी। यात्रा में शामिल संत मांगू नाथ देसूरी, चेतननाथ पनौता, और संत जीवननाथ केरली ने समाज को नशा मुक्त करने और शिक्षा का स्तर बढ़ाने पर जोर दिया। संतों ने विशेष रूप से बेटियों को उच्च शिक्षित करने और समाज के छात्रावासों के निर्माण में सहयोग करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पाली के नया गांव रोड पर बन रहे समाज के छात्रावास भवन की प्रशंसा की गई और समाज के सभी सदस्यों से यथासंभव सहयोग करने की अपील की गई।
कार्यक्रम में छात्रावास कमेटी अध्यक्ष कमलेश चौहान, शिक्षा समिति अध्यक्ष दगलाराम सागर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगवानाराम गेहलोत, दौलतराम देवड़ा, कन्हैयालाल चौहान, चुन्नीलाल आर्य, दुष्यंत पंवार, एडवोकेट राजूराम सहित समाज के कई महिला-पुरुष उपस्थित रहे। महिलाओं ने मंगल गीत गाए।