राजस्थान: गोवंश तस्करी का मुद्दा गरमाया, हिंदू संगठनों ने सरकार से की कड़ी कार्रवाई की मांग
जयपुर, [दिनांक]: राजस्थान में गोवंश तस्करी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे हिंदूवादी संगठनों में गहरी चिंता व्याप्त है। राष्ट्रीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कौशिक ने आज जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे को उठाया।
हाल ही में नागौर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां लगभग 70 ट्रकों में भरकर 400 गोवंश को ले जाया जा रहा था। गौसेवकों ने 52 ट्रकों को रोका। आरोप है कि ट्रकों में गोवंश को नियम विरुद्ध तरीके से ठूंस-ठूंसकर भरा गया था। एक ट्रक में 6 की जगह 10-12 गोवंश भरे गए थे, जिससे कई गायें मृत पाई गईं और कुछ की हालत गंभीर थी।
कौशिक ने पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ट्रकों को एस्कॉर्ट कर रही थी। गोभक्तों द्वारा ट्रक ड्राइवरों और प्रशासन से पूछताछ करने पर वे गोवंश के गंतव्य के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
हिंदू संगठनों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि नागौर में 2015 से गोवंश के हटवाड़े पर प्रतिबंध है, फिर भी यहां बड़े पैमाने पर गायों की खरीद-फरोख्त हो रही है। संगठनों का आरोप है कि तस्कर गायों को मांस निर्यात के लिए खरीद रहे हैं।
बांसवाड़ा में मध्य प्रदेश सीमा पर यह मामला और गंभीर हो गया, जहां मध्य प्रदेश पुलिस ने इन ट्रकों को अपनी सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया, जिससे जाम की स्थिति बन गई।
कौशिक ने कहा कि जिस प्रकार मुगलकालीन शासन में बहन-बेटियों की बोली लगाकर बेचा जाता था, उसी तरह आज देश में गोवंश की बोली लगाई जा रही है। उन्होंने कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर इस प्रकरण की तहकीकात कराने और इसमें लिप्त प्रशासन के लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर राज्य सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो देशभर के गौ भक्तों को एकत्र कर बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा।
संवाददाता सम्मेलन में क्रांतिकारी संत प्रकाश दास महाराज, हिंदूवादी योद्धा राष्ट्रीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कौशिक, छगन सिंह राठौड़, गौ माता टाइगर फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस एस टाइगर, गौ सांसद सुरेंद्र सिंह अचलपुरा और अन्य सनातनी उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में प्रदेश में गौ तस्करी पर हमेशा के लिए रोक लगाने के लिए गाय को महाराष्ट्र की तरह राज्य माता का दर्जा देने की मांग की।