श्रीगंगानगर: हर पंचायत में 2.73 लाख पौधे रोपे जाएंगे, नर्सरी स्थापित।

श्रीगंगानगर में मनरेगा से हरियाली क्रांति, 2 लाख 73 हजार पौधे रोपे जाएंगे

श्रीगंगानगर, [दिनांक]: श्रीगंगानगर जिले को हरा-भरा बनाने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की गई है। इस परियोजना के तहत जिले की सभी 343 ग्राम पंचायतों में स्थानीय स्तर पर पौधशालाएं (नर्सरी) स्थापित की जाएंगी और कुल 2,73,000 पौधे तैयार कर उन्हें रोपा जाएगा।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) गिरधर ने बताया कि इस योजना के तहत सभी पंचायत समितियों को 15 मई तक पौधों की तैयारियां पूरी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रोपे गए पौधों की देखभाल सुनिश्चित करने के लिए ट्री गार्ड की भी व्यवस्था की जाएगी, ताकि हर पौधा सुरक्षित रूप से पनप सके।

पंचायत समितियों में रोपे जाने वाले पौधों की संख्या इस प्रकार है:

* श्रीगंगानगर: 41,923
* पदमपुर: 28,476
* श्रीकरणपुर: 27,685
* रायसिंहनगर: 37,177
* श्रीविजयनगर: 22,939
* अनूपगढ़: 25,312
* घड़साना: 28,581
* सूरतगढ़: 38,759
* सादुलशहर: 22,148

जियो टैगिंग से होगी डिजिटल निगरानी

जिला प्रशासन ने पौधारोपण कार्यक्रम में पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए हर पौधे और नर्सरी की जियो टैगिंग करने का निर्णय लिया है। इसके लिए “हरियालो राजस्थान” ऐप का उपयोग किया जाएगा। यह व्यवस्था न केवल पौधों की संख्या दर्ज करेगी, बल्कि उनकी स्थिति, देखरेख और प्रगति पर भी निगरानी रखेगी।

पर्यावरण संरक्षण के साथ रोजगार सृजन

यह पहल पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीणों को स्थानीय रोजगार उपलब्ध कराने की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। नर्सरी निर्माण, पौधों की देखभाल और ट्री गार्ड लगाने जैसे कार्यों में बड़ी संख्या में श्रमिकों को रोजगार मिलेगा।

सीईओ गिरधर ने कहा, “जिले की हर ग्राम पंचायत में पौधशाला तैयार करने की दृष्टि से यह कार्य योजना तैयार की गई है। पौधों के साथ-साथ उनकी देखभाल की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि लगाए गए पौधे स्वस्थ और सुरक्षित रूप से विकसित हों।”

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