बांसवाड़ा: नकली करेंसी मामले में तेलंगाना का हुसैन पीरा गिरफ्तार, 12 आरोपी पुलिस हिरासत में
बांसवाड़ा, 12 अप्रैल। आनंदपुरी थाना क्षेत्र में नकली करेंसी के मामले के प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सीआई कपिल पाटीदार ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को इस पूरे प्रकरण के मुख्य आरोपी, तेलंगाना निवासी हुसैन पीरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि एसपी हर्षवर्धन अगरवाला के निर्देशन में नकली करेंसी मामले की तह तक जाते हुए, आदिवासी सीमांचल में युवाओं को दुष्प्रेरित कर नकली करेंसी छापने और उसे बाजार में चलाने वाले मुख्य आरोपी हुसैन पीरा को निजामाबाद जेल (तेलंगाना) से प्रोडक्शन वारंट पर प्राप्त कर गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।
सीआई पाटीदार के अनुसार, गत 18 मार्च को धुलियागढ़ गांव में महेश कटारा के घर से पुलिस टीम ने नकली करेंसी जब्त की थी और प्रिंटर बरामद किया था। इसके बाद पुलिस ने कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए नकली करेंसी को बाजार में चलाने और कब्जे में रखने वाले संगठित आर्थिक आपराधिक गिरोह के 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उनके कब्जे से जाली करेंसी बरामद की थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए और बांसवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नकली मुद्रा के प्रचलन को देखते हुए, इस आर्थिक अपराध को आश्रय देने वाले मुख्य आरोपी हुसैन पीरा को घटना में संलिप्त पाया गया। अनुसंधान में यह भी पता चला कि हुसैन पीरा पहले भी इस तरह के अपराधों में शामिल रहा है।
आरोपी हुसैन पीरा और उसके सहयोगियों के कब्जे से लाखों रुपये की नकली करेंसी जब्त की गई थी, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में निजामाबाद जेल, तेलंगाना भेजा गया था। एसपी हर्षवर्धन अगरवाला ने भी हुसैन पीरा की गिरफ्तारी के लिए संबंधित राज्य के जिले के उच्चाधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए रखा।
11 अप्रैल को आनंदपुरी पुलिस टीम ने आरोपी हुसैन पीरा को निजामाबाद जेल, तेलंगाना से प्राप्त कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वर्तमान में पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि वह वागड़ क्षेत्र में तेलंगाना से कैसे आया और उसे किसने मदद की। पुलिस इस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।