हनुमानगढ़: टीबी मुक्त गांवों की संख्या में भारी वृद्धि, 109 ग्राम पंचायतें घोषित
हनुमानगढ़, [दिनांक] – हनुमानगढ़ जिले में क्षय रोग (टीबी) के खिलाफ चल रहे अभियान को बड़ी सफलता मिली है। जिले के 7 ब्लॉकों की कुल 109 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित कर दिया गया है। रावतसर ब्लॉक की 26 पंचायतें इस उपलब्धि में सबसे आगे हैं।
ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुलदीप बराड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान सितंबर 2022 में शुरू हुआ था। शुरुआती चरणों में कुछ पंचायतें टीबी मुक्त घोषित हुईं, लेकिन तीसरे चरण में 109 पंचायतों ने सफलता प्राप्त की है।
जिला कलक्टर कानाराम की पहल पर पिछले तीन महीनों में 700 से अधिक निक्षय मित्र आगे आए और उन्होंने टीबी मरीजों को पोषण सामग्री उपलब्ध कराई। डॉ. बराड़ ने निक्षय मित्रों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इनके बिना किसी पंचायत को टीबी मुक्त घोषित करना संभव नहीं था।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मुकेश शेखावत ने बताया कि अभियान के तहत टीबी चैंपियन और पेशेंट सपोर्ट ग्रुप बनाए गए। इन समूहों ने टीबी के बारे में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पिछले दो वर्षों में इन पंचायतों में टीबी रोगियों की संख्या में भारी कमी आई है।
टीबी मुक्त घोषित होने के लिए आवश्यक छह मानदंडों को इन पंचायतों ने पूरा किया है। ये मानदंड हैं:
* संदिग्ध टीबी मामलों की जांच (प्रति वर्ष प्रति हजार लोगों पर 30 या अधिक टेस्ट)।
* टीबी नोटिफिकेशन दर (प्रति वर्ष प्रति हजार लोगों पर 1 या 1 से कम टीबी का मरीज)।
* उपचार सफलता दर (85 प्रतिशत रोगी इलाज के बाद सही होने चाहिएं)।
* ड्रग सस्पेक्टिबिलिटी टेस्ट (60 प्रतिशत मरीजों की हाइटेक मशीनों से टीबी की जांच)।
* निक्षय पोषण योजना का लाभ 100 प्रतिशत मरीजों को मिलना चाहिए।
* निक्षय मित्रों द्वारा 100 प्रतिशत पोषण किटों का वितरण।
डॉ. शेखावत ने बताया कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान जिले की बाकी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए अनवरत जारी रहेगा। टीबी के मरीजों की जांच, उपचार और पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, टीबी संबंधित जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।