बोधगया में महाबोधि महाविहार की मुक्ति के लिए आंदोलन का दूसरा चरण शुरू
बोधगया, – बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क (BIN) द्वारा महाबोधि महाविहार को मुक्त कराने के लिए आंदोलन का दूसरा चरण शनिवार को बोधगया में शुरू हुआ। बहुजन क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय स्थित रोजगार कार्यालय के पास प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा।
बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला संयोजक सुंदरलाल मोसलपुरिया ने बताया कि बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क के जिला संयोजक राधेश्याम बौद्ध के नेतृत्व में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रदर्शनकारियों ने महाबोधि टेंपल एक्ट 1949 को रद्द करने की मांग की। उनका कहना है कि यह कानून बौद्धों द्वारा नहीं बनाया गया था, बल्कि गैर-बौद्धों द्वारा अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए बनाया गया था। इस एक्ट के कारण महाबोधि विहार पर गैर-बौद्धों का अनुचित नियंत्रण स्थापित हो गया है।
संगठन ने महाविहार परिसर में शिवलिंग की स्थापना और दीवारों पर पांडवों के चित्रण पर भी आपत्ति जताई है। उन्होंने 1895 के अनागरिक धम्मपाल बनाम महंत केस के निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि महाबोधि महाविहार बौद्धों की विश्व धरोहर है, जिसकी पुष्टि फाह्यान और ह्वेनसांग के यात्रा वृतांत और महाविहार की उत्खनन रिपोर्ट से होती है।
ज्ञापन में महंत की कोठी में रखी सैकड़ों बुद्ध प्रतिमाओं, शिलालेखों और अभिलेखों को एएसआई के बोधगया संग्रहालय को सौंपने की मांग की गई है। इसके साथ ही महाविहार के आसपास लाउडस्पीकर के दुरुपयोग पर रोक लगाने और महाबोधि महाविहार के पास स्थित सम्राट अशोक के महल को ढूंढकर बोधगया के इतिहास को उजागर करने की मांग भी की गई है।
प्रदर्शनकारियों ने ईवीएम मशीनों को हटाकर बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग भी की। उनका कहना है कि ईवीएम मशीन के कारण न केवल बौद्धों, बल्कि सभी भारतीय नागरिकों के वोट का अधिकार प्रभावहीन हो गया है।
धरना प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के दौरान बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क के जिला संयोजक राधेश्याम बौद्ध, बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला संयोजक एडवोकेट सुंदरलाल मोसलपुरिया, रमेशचंद बेरवा, मदनलाल चौहान, कानाराम बौद्ध, उदाराम एवडी, पोपटलाल राठौड, नगाराम जावाल, एडवोकेट संजय माली, माधुराम, हीरालाल, सुशीन त्रिपुदे, एडवोकेट रामलाल राणा, आसुराम लूनिया, माधुराम, मोहन लाल मीणा, मंछाराम ओर, शैतान भाटी, मिश्रीलाल चौहान, मांगीलाल ओडा, श्रवण वैष्णव, एडवोकेट अशोक, नारायण, सेड़ूराम रैगर, दिनेश कुमार बरार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क द्वारा इन मांगों को लेकर पांच चरणों में चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है।