अलवर: बारात की स्कॉर्पियो पानी भरे गड्ढे में गिरी, 4 चाचा-भतीजों सहित 5 की मौत
अलवर : अलवर से आगरा (उत्तर प्रदेश) जा रही एक बारात की स्कॉर्पियो कार के पानी भरे गड्ढे में गिरने से दर्दनाक हादसा हो गया। इस दुर्घटना में दूल्हे के ननिहाल पक्ष के 4 लोगों सहित कुल 5 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में चार आपस में चाचा-भतीजे थे। यह घटना बारात निकलने के महज ढाई घंटे बाद हुई, जिससे खुशी का माहौल मातम में बदल गया।
मृतकों की पहचान सरवन सिंह उर्फ कान्हा, गिरवर सिंह, समय सिंह और देवेंद्र के रूप में हुई है। ये सभी झारेड़ा गांव के रहने वाले थे और दूल्हे के गांव मूढपुरी से बारात के साथ आगरा के लिए रवाना हुए थे। एक अन्य मृतक की पहचान बंटूदास के रूप में हुई है, जो असम का रहने वाला था।
शुक्रवार सुबह चारों मृतकों के शव एंबुलेंस से झारेड़ा गांव पहुंचे, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। गांव में मातम का माहौल है।
मृतकों के परिवार में कोहराम
सरवन उर्फ कान्हा 5 बहनों का इकलौता भाई था और हाल ही में भिवाड़ी में नौकरी करने लगा था। वह भिवाड़ी से अपने दोस्तों और भाइयों के लिए नई जींस लेकर आया था। जाते समय उसने अपनी पत्नी को 50 रुपये दिए और कहा कि बाकी पैसे वापस आकर देगा। उसकी तीन संताने हैं। उसकी मौत से पूरे परिवार में शोक की लहर है।
समय सिंह की 6 बेटियां हैं, जिनमें से दो की शादी हो चुकी है और चार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं। उनकी एक बेटी पटवारी और दूसरी आईएएस की तैयारी कर रही है। समय सिंह खेती के अलावा एक कंपनी में भी काम करते थे। उनका एक बेटा भी है, जो 12वीं की परीक्षा दे रहा है।
गिरवर सिंह के दो छोटे बच्चे हैं। चार साल पहले प्रसव के दौरान उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। अब उनके पिता भी नहीं रहे। दोनों बच्चे अनाथ हो गए हैं और उनका आसरा अब उनका दिव्यांग चाचा है, जिससे परिवार की रोजी-रोटी पर संकट आ गया है।
मृतक देवेंद्र के भाई ने बताया कि कान्हा भिवाड़ी से आया था और दोनों ने बारात में जाने का फैसला किया था। देवेंद्र को उसकी पत्नी और परिवार ने बारात में जाने से मना किया था, लेकिन वह नहीं माना। देवेंद्र की शादी 4 साल पहले हुई थी और उसकी कोई संतान नहीं है। वहीं कान्हा के तीन बच्चे हैं।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।