उदयपुर: सज्जनगढ़ सेंचुरी में लगी आग पर काबू, हेलीकॉप्टर की जरूरत नहीं
उदयपुर : उदयपुर की सज्जनगढ़ सेंचुरी में पिछले चार दिनों से लगी आग पर आखिरकार काबू पा लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि आग पर नियंत्रण शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे पाया गया।
जिला कलेक्टर नमित मेहता देर रात तक सेंचुरी में मौजूद रहे और उन्होंने अग्निशमन और वन विभाग की टीमों को मार्गदर्शन दिया। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर मंगवाने की कोई योजना नहीं है।
आज सुबह कुछ स्थानों पर धुंआ उठ रहा है, लेकिन कहीं भी आग की लपटें नहीं दिख रही हैं। पिछले चार दिनों से सेंचुरी की पहाड़ियों पर सूखी घास जल रही थी। शुक्रवार की शाम करीब सात बजे सेंचुरी में सड़क मार्ग से मानसून पैलेस जाने वाले रास्ते पर आग तेजी से फैली थी। अंधेरा होते ही आग की लपटों से पहाड़ी लाल हो गई थी।
जिला कलेक्टर नमित मेहता रात करीब आठ बजे प्रशासनिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने रात साढ़े ग्यारह बजे तक रुककर फायर और वन विभाग की टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। टीमों को रात के समय आग के प्वाइंट आसानी से दिखाई दे रहे थे, जबकि दिन के समय धुंआ अधिक दिखाई दे रहा था।
डीएफओ सुनील कुमार सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी बाबूलाल चौधरी और उनकी टीम ने हाथों में टॉर्च और मोबाइल की रोशनी के साथ जंगल में उतरकर आग बुझाने का प्रयास किया। कलेक्टर मेहता ने टीम का उत्साहवर्धन करते हुए पिछले चार दिनों से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
आग बुझाने में फायर ब्रिगेड, वन विभाग की टीम और वन विभाग के कर्मचारी दिन-रात लगे रहे। उदयपुर से 14 दमकल गाड़ियां और नाथद्वारा और चित्तौड़गढ़ से एक-एक दमकल गाड़ियां मंगाई गई थीं।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी बाबूलाल चौधरी ने बताया कि उनकी टीम हर स्थिति के लिए अलर्ट है। अग्निशमन अधिकारी शिवराम मीणा ने बताया कि स्थिति पर पूरी निगरानी रखी जा रही है और दो दमकल गाड़ियां अलग-अलग स्थानों पर तैनात की गई हैं।
दैनिक भास्कर डिजिटल से बातचीत में जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि टीम ने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर हेलीकॉप्टर भी मंगवाया जा सकता था, लेकिन अभी इसकी आवश्यकता नहीं महसूस हुई। उन्होंने कहा कि टीम के सामूहिक प्रयासों से आग को बुझाने में सफलता मिली है और प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है।
गौरतलब है कि चार मार्च की रात शॉर्ट सर्किट से लगी आग लगभग 50 हेक्टेयर क्षेत्र में फैल गई थी। शुक्रवार शाम को आग की लपटें मानसून पैलेस तक पहुंच गई थीं। आग बुझाने के लिए 60 फीट गहरी खाई में 10 कर्मचारियों को भी उतारा गया था।
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