हवा प्रदूषण के कारण घटती दृश्यता
रविवार को हवा में स्मॉग के प्रभाव के परिणामस्वरूप दृश्यता में 75% की गिरावट दर्ज की गई। इससे सुबह सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ और दोपहर 3 बजे तक भी स्थिति जस की तस रही।
हालांकि यह कोहरे से भिन्न था, लेकिन हवा में मौजूद धूल कणों और फसल अवशेषों के धुएं ने दृश्यता को बाधित किया। शहर के बाहरी इलाकों की ओर जाने वाले यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी हुई। दूध विक्रेता सतपाल बिश्नोई ने बताया कि उन्हें श्रीगंगानगर तक बाइक चलाने में सामान्य दिनों की तुलना में 30-40 मिनट अधिक समय लगा।
स्मॉग एक धुंध और धुएं का मिश्रण है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में हवा में नमी है और पड़ोसी राज्य पंजाब में फसल अवशेषों को जलाया जा रहा है। नमी के कारण कोहरा पैदा हो रहा है, जो धुएं के साथ मिलकर दृश्यता को कम कर रहा है। इस स्थिति को स्मॉग कहा जाता है।
स्मॉग के कारण दृश्यता पर 75% तक प्रभाव पड़ा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह स्थिति लगभग 10 दिनों तक बनी रहेगी। हालांकि, यदि इस दौरान तेज हवा चलती है या हल्की वर्षा होती है, तो स्मॉग कम हो सकता है और केवल कोहरा ही रह जाएगा।
मौसम विज्ञान केंद्र के सेवानिवृत्त प्रभारी एमएल रणवां का कहना है कि धूल कण और फसल अवशेषों को जलाने से निकलने वाला धुआं नमी के कारण हवा में जमा हो रहा है, जिससे दृश्यता कम हो रही है। यही स्मॉग का प्राथमिक कारण है।