सरकार के खिलाफ वाल्मीकि समाज का मोर्चा, बोले – सफाई भर्ती नियम सुधारें, वरना वोट से देंगे जवाब

राजस्थान में सफाई कर्मचारी भर्ती विवाद तेज

राजस्थान में सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर विवाद तूल पकड़ रहा है। रविवार को वाल्मीकि समाज ने भर्ती नियमों में संशोधन की मांग को लेकर सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया।

वाल्मीकि समाज विकास संस्थान के अध्यक्ष दीपक डंडोरिया ने घोषणा की कि यदि सरकार 13 नवंबर तक उनकी मांग पूरी नहीं करती है, तो उपचुनाव में वाल्मीकि समाज “वोट की चोट” से सरकार को सबक सिखाएगा।

डंडोरिया ने कहा कि दलित आरक्षण को वर्गीकृत किया जाना चाहिए ताकि वाल्मीकि समाज को आरक्षण का पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने भर्ती प्रक्रिया में अनुभव प्रमाण पत्र की आवश्यकता को लागू करके वाल्मीकि समाज के युवाओं को भर्ती प्रक्रिया से दूर कर दिया है।

वाल्मीकि समाज ने मांग की है कि भर्ती नियमों में संशोधन किया जाए और वाल्मीकि समाज के युवाओं के लिए छूट दी जाए। यदि सरकार उप चुनाव से पहले घोषणा नहीं करती है, तो वाल्मीकि समाज सात निर्वाचन क्षेत्रों में निर्णायक वोट देगा।

राज्य में भजन लाल सरकार ने 23,820 सफाई कर्मचारी पदों पर भर्ती निकाली है। हालांकि, आवेदकों के पास एक वर्ष का अनुभव प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। वाल्मीकि समाज लंबे समय से इस अनिवार्यता का विरोध कर रहा है।

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