शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने विधिक सेवा दिवस मनाया। प्रातः 9 बजे से न्यायालय परिसर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मुख्य अतिथियों ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने वाले पोस्टर जारी किए। छात्रों-छात्राओं की एनसीसी और स्कूल टीमों ने शहर में एक जागरूकता रैली निकाली, जिसे जिला न्यायाधीश हारून ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
विधिक सेवा दिवस के तहत आयोजित कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि थे:
* जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष और जिला न्यायाधीश हारून
* विशेष न्यायाधीश (पाक्सो कोर्ट) भूपेंद्र कुमार सनाढ्य
* जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अहसान अहमद
* मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रिया टांवरी
* अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोटाराम और कैलाश विश्नोई
* अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी चारण आशा, अंकित दवे और प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट (जेजेबी) गजेंद्र कुमार
* न्यायिक मजिस्ट्रेट दिव्या गोदारा
* बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण कुमार
* एसडीएम मनोज कुमार
* सीबीईओ किस्तुराराम बामणिया
जिला न्यायाधीश हारून ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का प्राथमिक उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों तक न्याय पहुँचाना है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क वकील प्रदान करता है और उनके मुकदमों की निःशुल्क पैरवी करता है।
कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अहसान अहमद और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रिया टांवरी ने भी संबोधन दिया और जानकारी साझा की।
इस अवसर पर अतिथियों ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने वाले पोस्टर जारी किए। ये पोस्टर विभिन्न कार्यालयों में प्रदर्शित किए जाएंगे।
विधिक सेवा दिवस के उपलक्ष्य में जालोर शहर में एक जागरूकता रैली निकाली गई। जिला न्यायाधीश हारून सहित सभी मुख्य अतिथियों ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली न्यायालय परिसर से शुरू हुई, अस्पताल चौराहा, हरिदेव जोशी सर्किल और वन वे रोड से गुजरी और फिर न्यायालय परिसर में समाप्त हुई।
रैली में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं, स्काउट्स और गाइड्स ने भाग लिया। वे न्याय के विभिन्न पहलुओं पर नारे और स्लोगन लिखी हुई तख्तियाँ प्रदर्शित कर रहे थे।