सीकर में, भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) का जिला-स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में जिले के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जो ढाका भवन में कलेक्ट्रेट परिसर के सामने आयोजित किया गया था।
शिविर में श्रम संहिता, आजादी के आंदोलन में मजदूर वर्ग के योगदान और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। सीटू के जिला सचिव, बृजसुंदर जांगिड़ ने बताया कि केंद्र सरकार ने पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए 44 श्रम कानूनों को चार श्रम संहिताओं में बदल दिया है। इसके अतिरिक्त, सभी प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण किया जा रहा है, जिससे केवल उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को लाभ मिल रहा है।
श्रम संहिता के माध्यम से, मजदूरों के काम के घंटों में वृद्धि की जा रही है। सीटू मजदूरों के अधिकारों के लिए लगातार आवाज उठा रहा है और इस आंदोलन की रूपरेखा इस शिविर में बनाई जा रही है।
शिविर में राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन, ऑटो रिक्शा यूनियन, भवन निर्माण मजदूर यूनियन सहित कई संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।