राजगढ़ तहसील के बैरासर छोटा और बैरासर बड़ा गांवों में शीत ऋतु के बावजूद पेयजल संकट जारी है। करीब तीन महीने से गांवों में पानी की किल्लत बनी हुई है, जिससे ग्रामीण बेहद परेशान हैं।
उच्च कीमत पर पानी के टैंकर मंगवाने को मजबूर निवासियों ने एसडीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर अपनी आवाज उठाने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण जगह-जगह पानी के चैंबर खुले पड़े हैं, और पाइपलाइन में भी पर्याप्त पानी नहीं आ रहा है।
जब थोड़ी-बहुत आपूर्ति होती है, तो खुले चैंबरों के कारण बदबूदार और गंदा पानी आता है। भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष कृष्ण जांगिड़ ने कहा कि मिठ्ठी गांव के पानी की टंकी और लंबोर पंप हाउस से साफ पानी नहीं आ रहा है। पानी को शुद्ध करने के लिए आवश्यक दवाओं का भी नियमित उपयोग नहीं किया जा रहा है, जिससे पानी दूषित और बदबूदार हो जाता है।
टंकी की सफाई में भी लापरवाही बरती जा रही है। खुले चैंबरों में पशु और पक्षी गिरते रहते हैं, जिन्हें समय पर नहीं निकाला जाता, जिससे पानी और अधिक प्रदूषित हो जाता है। पेयजल आपूर्ति की जिम्मेदारी एलएनटी कंपनी को सौंपी गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी द्वारा की जा रही सेवाओं की जांच के लिए वे जल्द ही जलदाय मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे।