पूर्व-ACS पीएचईडी को जेजेएम टेंडरों में फर्जी पेपरों का था पता: दो फर्मों को लाभ पहुंचाने के लिए छिपाए तथ्य

जल जीवन मिशन (JJM) में 900 करोड़ के कथित घोटाले की एफआईआर का खुलासा

एंटी-करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा दर्ज प्राथमिकी में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एफआईआर के अनुसार, 2021 में तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) PHED और वरिष्ठ IAS अधिकारी सुबोध अग्रवाल को पता था कि मैसर्स श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी और मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी दोनों ने फर्जी IRCON प्रमाण पत्र जमा किए थे।

इसके बावजूद, दोनों फर्मों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और उन्हें टेंडर दे दिए गए। एफआईआर के मुताबिक, सभी तथ्यों को छुपाकर दोनों फर्मों को अनुचित लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया।

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) विशना राम द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, उत्तर प्रदेश के पदम सिंह ने दोनों फर्मों के फर्जी दस्तावेजों की शिकायत अतिरिक्त मुख्य सचिव PHED जयपुर को ईमेल पर की थी।

शिकायत में मुख्य अभियंता JJM PHED, जयपुर को भी प्रतिलिपि में रखा गया था। इसके अलावा, शिकायत ईमेल में अन्य अधिकारियों को भी भेजी गई थी, जिनमें मुख्य अभियंता यूआर और एनआरडब्ल्यू PHED जयपुर, मुख्य अभियंता विशेष परियोजना PHED जयपुर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता PHED क्षेत्र द्वितीय जयपुर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता परियोजना अजमेर और अतिरिक्त मुख्य अभियंता PHED क्षेत्र प्रथम जयपुर शामिल थे।

एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि पदम सिंह की शिकायत को मिलीभगत कर दबा दिया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल, तत्कालीन मुख्य अभियंता JJM PHED जयपुर आरके मीणा और तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य अभियंता PHED क्षेत्र द्वितीय जयपुर आरसी मीणा ने फर्म मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल के मालिक महेश मित्तल के साथ साजिश रची।

इसके अतिरिक्त, एफआईआर में कहा गया है कि वकील मनीष कलवानिया द्वारा भी PHED को शिकायत दी गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि फर्म मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल ने फर्जी प्रमाण पत्र जमा कर टेंडर प्राप्त किए हैं। हालांकि, क्षेत्र द्वितीय के अतिरिक्त मुख्य अभियंता रमेश चंद मीणा द्वारा की गई जांच में आरोपों की अनदेखी की गई।

एसीबी की जांच रिपोर्ट के अनुसार, विशाल सक्सेना द्वारा की गई जांच में मनीष कलवानिया की शिकायत के महत्वपूर्ण बिंदुओं की जांच ही नहीं की गई। एफआईआर में कहा गया है कि फर्म मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल कम्पनी को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए RK मीणा और रमेश मीणा ने जारी प्रक्रिया की अनदेखी की।

9 मई, 2023 को टेंडर को लेकर हुई वित्तीय समिति की बैठक में निम्नलिखित सदस्य उपस्थित थे:

* अतिरिक्त मुख्य सचिव PHED
* मुख्य अभियंता JJM PHED
* अतिरिक्त मुख्य अभियंता PHED क्षेत्र द्वितीय
* अतिरिक्त मुख्य अभियंता परियोजना अजमेर
* अतिरिक्त मुख्य अभियंता PHED क्षेत्र प्रथम

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