भदेसर में कई दिनों से तेन्दुए की गतिविधि देखी जा रही है। पिछले 10 दिनों में, तेन्दुए ने एक बकरी और एक कुत्ते का शिकार किया है। ग्रामीणों ने भी कई मौंकों पर तेन्दुए को देखा है, जिससे उनमें भय फैल गया है।
ग्रामीणों की लगातार मांग के बाद, डीएफओ के निर्देश पर आज हरिजन बस्ती में तेन्दुए को पकड़ने के लिए पिंजरा स्थापित किया गया है। सोमवार को भी तेन्दुआ बस्ती में घुसा था।
भदेसर क्षेत्र के हरिजन बस्ती और पुराने सुखाड़िया स्कूल के आसपास की झाड़ियों में कई दिनों से तेन्दुए की गतिविधि देखी जा रही है। यह गतिविधि 10-12 दिनों से जारी है। 10 दिन पहले, तेन्दुए ने एक कुत्ते का शिकार किया था। इसके बाद, 31 अक्टूबर को एक बकरी के बच्चे का शिकार किया गया था। 2 नवंबर को, तेन्दुआ बस्ती के बीच में आया और एक निर्माणाधीन जैन भवन से एक कुत्ता उठाकर ले गया।
वन विभाग को बार-बार सूचित करने के बावजूद, कोई कार्रवाई नहीं की गई। सोमवार को शाम करीब 6:40 बजे उसी क्षेत्र में तेन्दुए की गतिविधि देखी गई। जब लोग चिल्लाए, तो तेन्दुआ वहां से भाग गया। फिर, लगभग 7:20 बजे, यह स्कूल की छत पर बैठा हुआ दिखाई दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी।
इस बार, ग्रामीणों ने डीएफओ विजय शंकर पांडेय को फोन करके सूचित किया। उन्होंने भदेसर नाका के वन कर्मियों को मौके पर भेजा।
फॉरेस्टर शैतान सिंह ने बताया कि हरिजन बस्ती में पिछले कुछ दिनों में तेन्दुए की काफी गतिविधि रही है। उन्होंने पीड़ित के घर के पास पिंजरा लगाया है, जिसे दो से चार दिनों तक वहीं रखा जाएगा। अगर तेन्दुआ पिंजरे में फंस जाता है तो ठीक है, नहीं तो उन्होंने एक रूट मैप तैयार किया है, जिसके आधार पर पिंजरे को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। तेन्दुए के स्थान का लगातार पता लगाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।