कोटा: डेंगू से बचाव के लिए मकानमालिकों को नोटिस, सर्वे और पायरेथ्रम छिड़काव

कोटा में डेंगू नियंत्रण उपाय

कोटा शहर में हर साल डेंगू के मामलों और मौतों में वृद्धि दर्ज की जाती है। हालांकि, इस वर्ष, चिकित्सा विभाग डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय उपाय कर रहा है।

सर्वेक्षण और एंटी-लार्वा उपचार

* चिकित्सा विभाग की टीमें शहर भर में घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रही हैं।
* वे जल जमाव वाले कंटेनरों की जांच कर रहे हैं, जैसे टंकियां, कूलर और टायर।
* लार्वा पाए जाने पर कंटेनरों को एंटी-लार्वा टेमीफॉस से उपचारित किया जाता है।
* अब तक, 172 कंटेनरों का उपचार किया गया है और 792 खाली करवाए गए हैं।

डेंगू को हराना है अभियान

* “डेंगू को हराना है” अभियान के तहत, 610 चिकित्सा टीमों ने 10,736 घरों का सर्वेक्षण किया है।
* अभियान का उद्देश्य एंटी-लार्वा गतिविधियों और जागरूकता बढ़ाकर डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मौसमी बीमारियों को रोकना है।

अन्य उपाय

* जल भराव वाले स्थानों पर MLO (मासा लार्विसाइड ऑयल) का उपयोग किया जा रहा है।
* लार्वा मिलने वाले घरों के मालिकों को नोटिस दिया जा रहा है।
* बुखार के 116 संदिग्ध मामलों की जांच के लिए रक्त स्लाइड बनाई गई हैं।
* 568 कमरों में पायरेथ्रम का छिड़काव किया गया है।
* लोगों को बचाव के उपायों और लक्षणों के बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता सामग्री वितरित की जा रही है।

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